देश भर से मात्र दस लोगों को इस कार्यक्रम के लिए चुना गया था
आवाज़ ए हिमाचल
अभिषेक मिश्रा, बिलासपुर। भारत के संसद भवन के केन्द्रीय सभागार में जुखाला के खारसी ब्रह्मना गाँव की आरती ने भारत की महिला प्रधानमंत्री स्व. इंदिरा गांधी की जयंती पर उन्हें नमन करते हुए महिला सशक्तिकरण पर अपना भाषण दिया। आरती का ज़ोरदार भाषण सुन कर सभागार कई बार तालियों की गूंज से गुंजा। इस कार्यक्रम में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिडला बतौर मुख्यतिथि पहुंचे थे।
अपने संबोधन में आरती शर्मा ने महिला सशक्तिकरण व महिला के सामाजिक उत्पीडन के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद करते हुए कहा कि महिलाओ को किसी भी प्रकार का उत्पीडन को सहन नही करना चाहिए और किसी भी उत्पीडन का हर स्तर पर विरोध करना चाहिए। आरती ने कहा कि आज महिलाए किसी भी क्षेत्र में पुरुषो से कम नही है। बड़े बड़े उद्योगों में सीईओ का पद, अनेक व्यापारिक प्रतिष्ठान व सरकारी नौकरी में महत्वपूर्ण पदों को महिलाए संभाल रही है। आरती के भाषण के बाद लोकसभा में कार्यरत हिमाचल के अधिकारी और कर्मचारी आरती से मिले और आरती को उन्होंने शाबाशी भी दी।
गौरतलब है कि केन्द्रीय शिक्षा मंत्रालय व युवा सेवाएं तथा खेल विभाग ने राष्ट्रिय नेताओं के जन्मदिवस पर उन्हें श्रद्धांजलि देने में युवाओं की सहभागिता कार्यक्रम चलाया हुआ है। इसी कड़ी में संसद भवन में पूर्व प्रधानमंत्री स्व इंदिरा गांधी की जयंती पर यह कार्यक्रम आयोजित हुआ था। पुरे देश से मात्र दस प्रतिभागियों को इस कार्यक्रम में भाषण देने के लिए चुना गया था जिनमे से हिमाचल प्रदेश से मात्र जुखाला की आरती की यह मौका मिला। आरती इससे पूर्व कई बार राष्ट्रिय स्तर इस प्रकार के कार्यक्रमों में भाग ले चुकी है। आरती नेहरु युवा केंद्र से जुडी हुई है और इस कार्यक्रम में हिमाचल का प्रतिनिधित्व करने वाली अकेली प्रतिभागी थी।