आवाज़ ए हिमाचल
अभिषेक मिश्रा, बिलासपुर। सहकारी सभाओं की समस्याओं के निवारण हेतु पंजाब तथा हिमाचल प्रदेश के सहकारिता विशेषज्ञों के एक प्रतिनिधिमंडल ने भारतीय राष्ट्रीय सहकारी संघ नई दिल्ली तथा सहकारिता विभाग के अधिकारियों एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी सावित्री सिंह के साथ हुई बैठक में सभाओं की समस्याओं पर गहन विचार मार्च किया।
भारत सरकार की ओर से सभा में आधुनिक नियम लागू करने की प्रक्रिया को सराहते हुए प्रतिनिधिमंडल ने सहकारिता मंत्रालय के प्रति धन्यवाद व्यक्त किया। प्रतिनिधिमंडल में पंजाब की अंतरराष्ट्रीय अवार्ड प्राप्त द लांबड़ा कांगड़ी बहुलक्षीय सहकारी समिति जिला होशियारपुर के सचिव जसविंदर सिंह, पंजाब के पूर्व उप रजिस्ट्रार अमरपाल सिंह भुल्लर, हिमाचल प्रदेश राज्य सहकारी बैंक के निदेशक डॉ. जगदीश शर्मा शामिल थे।
इस मौके पर पंजाब तथा हिमाचल प्रदेश की सहकारी सभाओं के कर्मचारियों और पदाधिकारी को पेशेवर कलाओं में निपुण करने के उद्देश्य पर विशेष चर्चा की गई।
डॉक्टर जगदीश शर्मा ने आह्वान किया की नई दिल्ली प्रशिक्षण केंद्र के अंतर्गत चल रहे विभिन्न प्रकार के प्रशिक्षण कार्यक्रमों में कृषि, मत्स्य उपभोक्ता, ट्रांसपोर्ट जैसी सहकारी सभाओं के प्रतिभागियों को शामिल किया जाए । इस सुझाव को जसविंदर सिंह तथा अमरपाल सिंह भुल्लर ने उप मुख्य कार्यकारी अधिकारी से आग्रह करते हुए लागू करने के लिए कदम उठाने की अपील की। उप मुख्य कार्यकारी अधिकारी सावित्री सिंह ने सुझावों को स्वीकारते हुए अपने अधिकारियों को निर्देश दिए कि भविष्य में पंजाब तथा हिमाचल प्रदेश की प्राथमिक सहकारी सभाओं को संघ के प्रशिक्षण कार्यक्रमों में स्थान दिया जाए।
प्रतिनिधिमंडल ने उक्त अधिकारियों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए बताया कि इससे दोनों राज्यों की सहकारी सभाएं प्रशिक्षण लेकर नए आयाम स्थापित करेगी जिससे सहकारिता आंदोलन में नई ऊर्जा व शक्ति का संचार होगा। इस अवसर पर सहकारी स्थान के प्रतिनिधियों की ओर से उपमुख्य कार्यकारी अधिकारी सावित्री सिंह को स्मृति चिन्ह भेंट करके सम्मानित भी किया गया।