आवाज़ ए हिमाचल
अभिषेक मिश्रा,बिलासपुर
17 मार्च।यदि इश्वर किसी भी क्षेत्र में काम करने का अवसर देता है तो वहां पर ईमानदारी और सच्चे मन से सेवा की जाए तो ऐसी शक्सियतें न सिर्फ समाज में अनुकरणीय उदाहरण बनती हैं बल्कि सदियों तक याद भी रखी जाती हैं। बिलासपुर जिला की सबसे पहली स्टाफ नर्स देवकी देवी अपने जीवन के सौ वर्ष पांच महीने पूर्ण कर स्वर्गवासी हुई।
जलमग्न शहर और अब डियारा सेक्टर में रहीं देवकी देवी बाल विधवा थी, बावजूद उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और पढ़ाई कर ऐसा मुकाम हासिल किया कि आज दुनिया उनका नाम शिद्दत से लेती हैं। अक्टूबर 1920 को जन्मी देवकी देवी ने नाहन में नर्सिस की ट्रेनिंग कर राजा आनंद चंद के समय में वह नर्स बनी। पुराना शहर उजड़ने के बाद नए शहर के अस्पताल में उन्होंने करीब 37 साल बतौर स्टाफ नर्स अपनी सेवाएं प्रदान की। मृदुभाशी एवं इसमें खास बात यह रही कि देवकी देवी ने 15 साल लगातार टीबी वार्ड में अपनी सेवाएं प्रदान की।
उस समय टीबी कोरोना जैसा हौवा लेकर आया रोग था, जिसमें संक्रमण का खतरा अत्यधिक था लेकिन देवकी देवी जानती थी कि इन्सान की सेवा के लिए उन्होंने इस प्रोफेशन को चुना है। अस्पताल प्रशासन की ओर से इन्हें फलोरेंस नाईटएंगल पुरस्कार से भी नवाजा जा चुका है जबकि अभी सौ वर्ष पूरे करने के बाद देवकी देवी को नेशनल वोटर डे पर सम्मानित किया जा चुका है। उल्लेखनीय है कि 17-18 वर्ष की आयु में इनकी शादी रिखीराम से हुई। लेकिन भाग्य को कुछ और ही मंजूर था, रिखी राम जी स्वर्गवासी हुए तथा इन पर मुसीबतों का पहाड़ टूट पड़ा बावजूद देवकी देवी ने हिम्मत नहीं हारी और अपनी मेहनत तथा लग्न से ऐसा मुकाम हासिल किया कि आज भी स्वास्थ्य के क्षेत्र में सेवाभाव एवं समर्पण को लेकर उनके नाम के उदाहरण दिए जाते हैंै। पति के जाने के बाद ये अपने रिश्तेदारों में रही। अपने रिश्तेदार देवी राम उपाध्याय नेता जी की पत्नि गीता देवी को इन्होंने नर्सिंग के लिए प्रेरित किया तथा वे भी स्टाफ नर्स बने। देवी राम उपाध्याय की सुपुत्री अंजू नड्डा इनके पति एसई प्रदुषण नियंत्रण विभाग तथा बच्चों में शामिल श्रेया और सुशांत ने इनकी बहुत सेवा की। वहीं इस निधन पर सदर विधायक सुभाष ठाकुर, विधायक श्री नयना देवी जी राम लाल ठाकुर, जिला भाजपा अध्यक्ष स्वतंत्र सांख्यान, संयुक्त व्यापार मंडल प्रधान नरेंद्र पंडित, पूर्व विधायक बंबर ठाकुर, नप अध्यक्ष कमलेंद्र कश्यप , उपाध्यक्ष केके गौतम तथा पार्षद ज्योति आदि सहित कई गणमान्यों ने इस निधन पर गहरा दुख व्यक्त करते शोक संतप्त परिवार के प्रति अपनी गहरी संवेदना प्रकट की है।