आवाज़ ए हिमाचल
अभिषेक मिश्रा,बिलासपुर
13 फरवरी।इस बार पंचायत चुनाव जीत कर काफी युवा सामने आए है जिनसे जनता को भी काफी उम्मीदे है ।इसी बीच बिलासपुर जिला में एक ऐसे प्रधान बने है जिन्होंने अपनी कुर्सी ही त्याग दी।उनका मानना है कि भ्रष्टाचार आज के समय में चरम सीमा पर है और प्रधान की कुर्सी पर बैठने के बाद आज के समय में शायद ही ऐसा कोई प्रधान होगा जो भ्रष्टाचार में सलिप्त न हो। इसके चलते उन्होंने खुद को इस भ्रष्टाचार से दूर रखने के लिए एक अजीब फैसला लिया है। उन्होंने पंचायत में प्रधान की कुर्सी पर न बैठ कर भूमि पर बैठ जनता के कार्य करने का फैसला लिया है,तांकि वह भ्रष्टाचार से दूर रहे और जिस मुद्दे पर वह चुनावी मैदान में उतरे थे उसे कामयाब बना सके। भविष्य के गर्व में क्या है यह तो आने वाले समय में पता चलेगा,पर इस प्रधान की जिला भर में चर्चा हो रही है और सभी इनके इस निर्णय की भूरी भूरी प्रसंसा कर रहे है। यह प्रधान है बिलासपुर जिला की बल-भलवाणा पंचायात के रजनीश ठाकुर।शनिवार को रजनीश ठाकुर ने इस बारे पत्रकार वार्ता की और कहा कि भ्रष्टाचार आज के समय में चर्मसीमा पार कर चुका है और इसे खत्म करने के लिए वह हर प्रयास करेंगे।उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज़ बुलंद करने के लिए उन्होंने कुर्सी का त्याग कर दिया है और पंचायत में जनता के सारे कार्य वह भूमि पर बैठ कर करेंगे।उनका मानना है कि उनका यह फैसला भ्रष्टाचार के खिलाफ पहला कदम है। भ्रष्टाचारियों के प्रति आवाज़ उठाने वाले रजनीश शायद पहले प्रधान होंगे जिन्होंने भ्रष्टाचार के कुर्सी छोड़ जमींन पर बैठ कर काम करेंगें और लोगों की समस्याओं व शिकायतें सुनेंगे।