आवाज़ ए हिमाचल
अभिषेक मिश्रा, बिलासपुर।
25 अप्रैल। गांधी मार्केट की स्थायी निवासी नौरीन ने अपनी सकारात्मक सोच से सेंसर युक्त छड़ी की कल्पना को साकार करते हुए माॅडल तैयार किया जोकि अब राष्ट्रीय स्पर्धा में बिलासपुर और हिमाचल का नाम रोशन करेगी। पिता मोहम्मद साजिद और माता सिमरन की छोटी बेटी नौरीन बिलासपुर पब्लिक स्कूल में 10वीं कक्षा की छात्रा है।
कुशाग्र बुद्धि की मालिक नौरीन बचनप से ही कुछ हटकर काम करने में विश्वास रखती है। स्कूली बच्चों में वैज्ञानिक सोच विकसित करने के लिए साइंस एण्ड एंड टैक्नाॅलाॅजी विभाग द्वारा इंस्पायर अवार्डस मानक योजना की शुरूआत की है। जिसके तहत यह उपलब्धि नौरीन ने हासिल की है।
बिलासपुर पब्लिक स्कूल के चेयरमैन राकेश रोहिला ने बताया कि इस प्रतियोगिता में 5 हजार बच्चों का पंजीकरण हुआ था। जिसमें केवल पांच बच्चे राज्यस्तरीय प्रतियोगिता के लिए चयनित हुए। इस विलक्षण आंकड़े में बिलासपुर की नौरीन ने अपनी प्रतिभा का परिचय देकर जिलावासियों को गौरवान्वित किया। उन्होंने बताया कि 20 और 21 अप्रैल को आईआईटी मंडी में दो दिवसीय राज्य स्तरीय कार्यशाला का आयोजन हुआ। इसमें चयनित हिमाचल के पांच प्रतिभागियों ने भाग लिया।
चेयरमैन राकेश रोहिला ने बताया कि नौरीन ने अंधे लोगों की जिंदगी को सुविधाजनक बनाने के लिए स्मार्ट ब्लाइंड स्टिक विषय पर प्रोजेक्ट पर काम किया और सफलतापूर्वक इसे अंजाम दिया। इस उपलब्धि के लिए सेवानिवृत उपकुलपति सीएस जैन ने आईआईटी मंडल मंे सम्मानित किया। अब नौरीन आईआईटी दिल्ली में होने वाली राष्ट्रीय स्तर की कार्यशाला के लिए हुआ है। वहीं बीपीएस की प्रिंसीपल मंजू गौतम ने बताया कि नौरीन ने बीपीएस स्कूल और जिला का नाम प्रदेश भर में रोशन किया है। उन्होंने नौरीन के उज्जवल भविष्य की कामना की है। नौरीन ने बताया कि वह अधिकांश समय पढ़ाई को देती हैं जबकि उसे इंग्लिश म्यूजिक पसंद है।
उल्लेखनीय है कि नौरीन के पिता मोहम्मद साजिद अपने समय में बेहतरीन क्रिकेटर और टेबल टेनिस प्लेयर रहे हैं। पढ़ाई में भी साजिद अपनी कक्षा में अव्वल रहते थे, इनकी माता सिमरन शिक्षिका है। दादा मोहम्मद रशीद व्यवसायी व माता अमीना सेवानिवृत शिक्षिका हैं। बेटी की इस उपलब्धि पर मोहम्मद साजिद ने गांधी मार्केट में लड्डू बांट कर इस खुशी को सांझा किया।