आवाज़ ए हिमाचल
नई दिल्ली। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने बच्चों में अनहेल्दी कंपीटीशन को रोकने के लिए बउ़ा कदम उठाते हुए शुक्रवार को बिना मेरिट लिस्ट जारी किए ही 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षा के नतीजे घोषित कर दिए। सीबीएसई 10वीं का रिजल्ट इस बार 93.12 प्रतिशत, जबकि 12वीं का रिजल्ट 87.33 प्रतिशत रहा है। गौरतलब है कि अनहेल्दी कंपीटीशन को रोकने के लिए सीबीएसई ने इस बार फैसला लिया था कि बोर्ड रिजल्ट के साथ छात्रों की फस्र्ट, सेकेंड और थर्ड डिवीजन की जानकारी नहीं देगा। इसके अलावा इस बार किसी भी रीजन में मेरिट लिस्ट भी जारी नहीं की जाएगी और केवल सब्जेक्ट वाइज सबसे ज्यादा नंबर हासिल करने वाले 0.1 फीसदी स्टूडेंट्स को मेरिट सर्टिफिकेट दिया जाएगा। अगर रिजल्ट की बता की जाए, तो सीबीएसई की 10वीं कक्षा का उत्तीर्ण प्रतिशत 93.12 प्रतिशत रहा तथा जवाहर नवोदय विद्यालयों और केंद्रीय विद्यालयों के परिणाम सभी स्कूलों में सबसे उत्कृष्ट रहे। सीबीएसई के अनुसार त्रिवेंद्रम 99.91 प्रतिशत के साथ सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाला क्षेत्र रहा है।
इसके बाद बंगलुरु 99.18 प्रतिशत, चेन्नई 99.14 प्रतिशत, अजमेर 97.27 प्रतिशत और पुणे 96.92 प्रतिशत का स्थान रहा। गत 14 फरवरी से शुरू हुई और 21 मार्च को संपन्न 10वीं की परीक्षा में कुल 21,86,485 छात्रों ने परीक्षा के लिए पंजीकरण कराया था। इसी के साथ ही सीबीएसई ने 12वीं कक्षा के नतीजे भी जारी किए, जिसमें कुल उत्तीर्ण प्रतिशत घटकर 87.33 प्रतिशत रह गया। छात्राओं ने 90.68 प्रतिशत के साथ छात्रों को पीछे छोड़ दिया। उत्तीर्ण छात्रों का प्रतिशत 84.67 प्रतिशत रहा है। बारहवीं कक्षा के परिणामों में त्रिवेंद्रम 99.91 प्रतिशत के साथ सबसे आगे रहा, जबकि बंगलुरु 98.64 प्रतिशत और चेन्नई 97.40 प्रतिशत के साथ दूसरे एवं तीसरे स्थान पर रहे। दिल्ली वेस्ट 93.24 फीसदी के साथ चौथे स्थान पर रहा। बोर्ड परीक्षाओं के नतीजे सीबीएसई की आधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्ध हैं