ब्यास नदी के जल स्तर की हो रही नियमित मॉनिटरिंग
आवाज़ ए हिमाचल
विक्रम सिंह, धर्मशाला। कांगड़ा जिला में लगातार जारी बारिश को लेकर प्रशासन पूरी तरह से सतर्क है इस बाबत उपायुक्त डा निपुण जिंदल ने उपमंडलाधिकारियों, तहसीलदारों तथा नायब तहसीलदारों को फील्ड में डटे रहने के निर्देश दिए हैं ताकि किसी भी स्तर पर राहत तथा पुनर्वास के कार्यों में किसी भी तरह की कमी नहीं रहे। उपायुक्त डा निपुण जिंदल ने बुधवार को जिला मुख्यालय में आपदा प्रबंधन कंट्रोल रूम में बारिश से हुए नुक्सान की समीक्षा की तथा राहत पुनर्वास के कार्यों के लिए आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए गए। उन्होंने कहा कि किसी भी स्तर पर आपदा प्रबंधन के कार्यों को लेकर कोताही नहीं बरती जाए तथा सभी विभागों के अधिकारी अपने अपने क्षेत्रों से संबंधित कार्यों के लिए मुस्तैद रहें।
24 घंटे में 99 लाख के नुक्सान की रिपोर्ट
पिछले 24 घंटों में लगातार हो रही बारिश से कांगड़ा जिला में 99 लाख के नुक्सान की रिपोर्ट प्राप्त हुई है जिसमें दो पक्के मकान तथा पांच कच्चे मकान पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त हुए हैं जबकि आठ पक्के मकान तथा 43 कच्चे मकान आंशिक तौर पर क्षतिग्रस्त हुए हैं इसके साथ ही 48 कॉउ शेड भी क्षतिग्रस्त हुए हैं जबकि एक पावर हाउस भी क्षतिग्रस्त हुआ है। प्रभावितों को फौरी राहत उपलब्ध करवाने के निर्देश राजस्व अधिकारियों को दिए गए हैं इसके साथ ही प्रभावित परिवारों के पुनर्वास के लिए उचित कदम उठाए जा रहे हैं।
राहत पुनर्वास को लेकर मुस्तैद प्रशासन
उपायुक्त डा. निपुण जिंदल ने कहा कि जिला प्रशासन राहत तथा पुनर्वास कार्य के लिए पूरी तरह से मुस्तैद है तथा तमाम अधिकारी मशीनरी के साथ फील्ड में डटे हैं। जिले में जहां मार्गों पर भूस्खलन इत्यादि हो रहा है वहां पर जेसीबी जैसी मशीनरी भी तैनात की गई है।
ब्यास के जल स्तर पर नियमित तौर पर हो रही है मॉनिटरिंग
उपायुक्त डा. निपुण जिंदल ने कहा कि ब्यास नदी में जल स्तर स्थिति को लेकर जिला प्रशासन ने पौंग डैम प्रबंधन के साथ भी संपर्क साधा है ताकि जरूरत महसूस होने पर पौंग डैम के गेट जल निकासी के लिए खुलवाए जा सकें। उन्होंने सभी नागरिकों व पर्यटकों से नदी-नालों के किनारे न जाने की अपील की है। उन्होंने आग्रह किया कि भारी बारिश को देखते हुए अनावश्यक यात्रा न करें, सुरक्षित स्थानों पर रहें और किसी प्रकार का जोखिम न उठाएं।
कंट्रोल रूम में दें तत्काल सूचना
उपायुक्त डा निपुण जिंदल ने जिला वासियों से आग्रह किया कि किसी भी प्रकार की आपात स्थिति में तत्काल जिला आपदा प्रबंधन केंद्र के टोल फ्री 1077 नम्बर पर संपर्क करें। जिला मुख्यालय समेत सभी उपमंडलों में आपदा प्रबन्धन केन्द्र चौबीसों घंटे चालू हैं।