आवाज ए हिमाचल
01 फरवरी। बायोमेडिकल वेस्ट प्रबंधन में हिमाचल प्रदेश देशभर में पहले स्थान पर रहा है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) की ओर से देशभर में किए तुलनात्मक मूल्यांकन के आधार पर हिमाचल को चुना गया। हिमाचल प्रदेश का स्कोर कुल 24 में से सर्वाधिक 21 रहा है। सीपीसीबी ने बायोमेडिकल वेस्ट मैनेजमेंट रूल्स, 2016 के कार्यान्वयन के संबंध में यह मूल्यांकन किया है। इसमें केंद्र शासित प्रदेशों को भी शामिल किया गया था। हिमाचल प्रदेश राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के सदस्य सचिव डा. निपुण जिंदल ने बताया कि सीपीसीबी ने यह मूल्यांकन राज्यों की निगरानी, प्रभावशीलता का पालन करने और बायोमेडिकल वेस्ट मैनेजमेंट रूल्स, 2016 को लागू करने के संबंध में किया है, जिसके लिए 12 प्रमुख बिंदु चिह्नित किए थे।
वर्ष 2016 में नए नियम अधिसूचित होने पर राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने हितधारक संस्थानों जैसे एलोपैथिक, आयुर्वेदिक और पशु चिकित्सा अस्पतालों के संबंध में नए कदम उठाए हैं। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के नियमों का पालन करने में आयुर्वेदिक संस्थान सबसे आगे हैं। कुल 1228 संस्थानों में से 1112 को बोर्ड की ओर से अधिकृत किया गया है। पशु चिकित्सा संस्थानों का अनुपालन स्तर करीब 72 फीसद है। 96 औद्योगिक इकाइयां भी नियमों के दायरे में आती हैं। डा. निपुण जिंदल ने बताया कि सामूहिक प्रयास से ही नियमों का बेहतर तरीके से कार्यान्वयन हुआ है।