आवाज़ ए हिमाचल
अभिषेक मिश्रा, बिलासपुर
11 मार्च। हिमाचल प्रदेश सरकार के चल रहे बजट सत्र में राम लाल ठाकुर ने विधानसभा में फोरलेन से तबाह हुए जल स्रोतों का मामला उठाया। उन्होंने कहा श्री नयना देवी जी विधानसभा के ग्राम पंचायत बैहल, री, कौंडावाली, स्वाहन तरवाड़ में पीने के पानी की समस्या है और वहाँ पर फोरलेन के द्वारा तबाह किए गए जल स्त्रोतों को बावजूद आश्वासन देने के बाद भी आज तक फोरलेन बनाने वाली कंपनी और प्रदेश सरकार ने दोबारा स्थापित करने में कोई कार्य नहीं ही किया। इन पंचायतों के साथ जकातखाना, तुन्नु-पट्टा, ढलीयार वाले क्षेत्रों का भी यही हाल है।
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गौरतलब है कि फोरलेन कार्य कीरतपुर- नेरचौक का वर्ष 2012 में शुरू किया गया था लेकिन अब वर्ष 2022 चल पड़ा है न पूर्व की सरकार और न वर्तमान सरकार ने लोगो के जल संसाधनों को दोबारा स्थापित करने में कोई भूमिका निभाई है।
ठाकुर ने कहा कि प्रदेश सरकार के ध्यान में कई बार यह मसला उठाया गया लेकिन अभी तक कोई समाधान नहीं हो पाया है। यहां तक कि बिलासपुर सदर विधानसभा क्षेत्र के तहत आने वाली ग्राम पंचायत नौणी, धराडसानी, और ऋषिकेश, ओहर भजवानी, सरटी फटोह, रोहिन और मल्यावर के क्षेत्रों का भी यही हाल है।
राम लाल ठाकुर ने कहा कि प्रदेश सरकार को चाहिए की सम्बंधित विभाग और एन. एच. ए. आई. कोई आदेश दिए जाने चाहिए कि इन जल स्रोतों में हैंडपंपों, बावड़ियों व सरकारी पेयजल योजनाओं के साथ साथ अन्य जल स्त्रोतों को जनहित में स्थापित किया जाना चाहिए।