आवाज़ ए हिमाचल
22 फरवरी। हिमाचल प्रदेश में छात्रवृत्ति घोटाले के आरोपितों ने इसकी कुछ रकम उत्तराखंड में भी निवेश की है। सीबीआइ जांच से पता चला है कि इस पैसे से हल्द्वानी में निजी होटल खरीदा गया। यह इंपीरियो रिजोर्ट के नाम से चल रहा है। अब यह होटल भी जांच के दायरे में आ गया है। घोटालेबाजों ने इसे आरोपित महिला बबीता राजटा के भाई राकेश घासटा के लिए खरीदा था। छात्रवृत्ति का 66 लाख इनमें निवेश हुआ है। इनमें मुख्य आरोपित अरविंद्र राजटा का भाई अविनाश राजटा भी पार्टनर बताया गया है। कितने पार्टनर और है, इसकी जांच की जा रही है।
सीबीआइ टीम ने मांगा महिला स्टाफ
265 करोड़ के घोटाले की जांच कर रही सीबीआइ की शिमला ब्रांच के पास महिला स्टाफ नहीं है। आलम यह है कि जब भी किसी महिला से पूछताछ करनी होती है तब अन्य जगह से स्टाफ लेने पड़ता है। हाल ही में बबीता राजटा की गिरफ्तारी की गई। सूत्रों के अनुसार तब सीबीआइ ने शिमला के एसपी से महिला स्टाफ मांगा। इसके सामने ही आरोपित के बयान दर्ज किए गए। जांच एजेंसी ने हिमाचल सरकार ने कई बार आग्रह किया है कि उसे प्रतिनियुक्त पर महिला पुलिस स्टाफ दिया जाए, लेकिन इस आग्रह को अभी तक स्वीकार नहीं किया गया है। कुछ जांच अधिकारी और एक चालक की भी जरूरत बताई गई है।
आरोपित सलाखों के पीछे
छात्रवृत्ति घोटाले के तीन आरोपित बबीता राजटा, कृष्ण कुमार, राजदीप ङ्क्षसह अब जेल के सलाखों के पीछे हैं। ये पांच मार्च तक न्यायिक हिरासत पर हैं। उसी दिन तीनों को शिमला की एक कोर्ट में पेश किया जाएगा। उधर, इसी मामले में कुछ और गिरफ्तारियां भी हो सकती हैं।