आवाज़ ए हिमाचल
31 मई।मशहूर पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला पंचतत्व में विलीन हो गए हैं। मानसा के मूसा स्थित उनके खेत में ही उन्हें मुखाग्नि दी गई। इस दौरान हज़ारों लोगों ने उन्हें अंतिम विदाई दी। राजनीतिक नेताओं ने भी संस्कार में हिस्सा लिया। उनके परिवार के सदस्याें का रो-रोकर बुरा हाल था।
सिद्धू की मां अपने बेटे के चेहरे को बार-बार देख रही थी। वहीं उनके समर्थकों में पुलिस के खिलाफ रोष भी देखने को मिला। सिद्धू मूसेवाला की मृतक देह को मंगलवार को मानसा के सिविल अस्पताल से गांव में लाया गया। इससे पहले अस्पताल में उनके पिता बलकौर सिंह ने अपने बेटे के शव को पगड़ी भी पहनाई।
यहां पर पंजाब कांग्रेस के प्रधान अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग व पूर्व जेल मंत्री सुखजिंदर रंधावा भी पहुंचे। सिद्धू मूसेवाला की अंतिम यात्रा उनके फेवरेट ट्रैक्टर 5911 पर निकाली गई। अंतिम यात्रा के लिए मां ने आखिरी बार बेटे के बाल संवारे।पिता ने सिद्दू का माथा चूमा तथा उनकी मुछो को तांव दिया।यह देखकर वहां मौजूदा लोगों की आंखें भर आईं। मूसेवाला का उनके गांव में ही अंतिम संस्कार किया गया।ज्ञात हो कि सिद्धू मूसेवाला क रविवार की शाम को गांव जवाहरके में गोलियां मारकर कत्ल कर दिया था। वह अपने साथियों के साथ मासी के घर पर जा रहे थे। हालांकि इस मामले में पुलिस वारदात को अंजाम देने वाले लोगों तक भी पहुंच कर रही है।
अंतिम यात्रा के दौरान मूसेवाला के पिता बालकौर सिंह की एक तस्वीर खूब वायरल हुई। इस तस्वीर में बारकौर सिंह रोते हुए अपनी पगड़ी उतारकर हाथों में लिए लोगों ने इंसाफ मांगते नजर आ रहे हैं।बालकौर की इस तस्वीर के सामने आते ही सोशल मीडिया पर लोगों का कलेजा पिसज गया। कई लोगों ने इस तस्वीर को पोस्ट करते हुए कहा कि भगवान यह दिन किसी को नहीं दिखाए। बता दें कि जवान बेटे को खोने से बड़ा दुख दुनिया में कोई नहीं होता है। सिद्धू मूसेवाला की उम्र मात्र 27 साल थी। 6 महीने बाद सिद्धू मूसेवाला की शादी होने वाली थी।