आवाज़ ए हिमाचल
जीडी शर्मा ( राजगढ़ )
22 नवंबर। राजगढ़ के किसान त्योहारी सीजन समाप्त होने के बाद फसल एकत्रीकरण व सर्दियों के लिए पशुचारे का भंडारण करने में जुट गये हैं। यहा काबिले जिक्र है कि अगले चार महीनों तक क्षेत्रों में हिमपात व पाला पड़ने का क्रम आरम्भ हो जाता है तथा उन दिनों के लिए यहां किसान अपने पशुओं के लिए पशुचारे का भडारण पहले ही कर लेते हैं। क्योंकि पाला पड़ने से चारागाहों मे पशुचारा पूर्ण रूप से सूख जाता है और हरा चारा इन दिनों यहां नही मिल पाता वही ऊंचाई वाले स्थानों में तो कई-कई दिनों तक हिमपात के कारण घरों से बाहर निकलना तक मुश्किल हो जाता है। ऐसे में सबसे अधिक समस्या पशुचारे की रहती है। इस लिए यहां का किसान इन चार महीनों के लिए पशुचारे का भंडारण कर लेता है।
इस लिए इन दिनों यहां किसान पशुचारे का भंडारण का कार्य चल रहा है। इन दिनों यहां चरागाहों में घास कटाई का कार्य जोरों पर चल रहा है। यहां पहले पशुचारे को काट कर सूखा लिया जाता है और फिर उसे बडलो मे बांध दिया जाता है। जिसे स्थानीय भाषा मे पुला या झूमा कहा जाता है फिर चारे को पशुशाला के आसपास ही या तो पेड़ों में टांग दिया जाता है या फिर उसको एक विशेष प्रकार से भंडारण कर दिया जाता है ताकि वह वर्षा से भी ना भीग सके और सर्दियों के मौसम में जब हिमपात हो तो पशुओं को खिलाया जा सके। इन दिनों यहां किसान अपने मवेशियों के लिए पशुचारे का एकत्रीकरण करने में लगे हैं ।