आवाज़ ए हिमाचल
शिमला। हिमाचल से युवा कांग्रेस पदाधिकारियों को पदमुक्त करने की गूंज अब कांग्रेस की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में सुनाई देगी। राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडग़े और महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा से युवा कांग्रेस के सामने पदाधिकारी अपनी सफाई पेश करने की बात कर रहे हैं। प्रदेश में एक साथ 112 पदाधिकारियों को पदमुक्त किया गया है और इन सभी पर आरोप संसद घेराव के दौरान आयोजित प्रदर्शन में शामिल न होने का लगा है। हालांकि पदाधिकारियों का कहना है कि पदमुक्त करने से पहले कारण बताओ नोटिस जारी किए जाने चाहिए थे। इन नोटिस का जवाब मिलने के बाद युवा कांग्रेस प्रभारियों को हटाने की प्रक्रिया शुरू की जानी चाहिए थी, लेकिन बिना कारण जाने ही प्रदेश में युवा कांग्रेस की एक बड़ी जमात को बाहर बिठाने की कोशिश की गई है। खास बात यह है कि इनमें से ज्यादातर प्रदेशाध्यक्ष प्रतिभा सिंह के करीबी बताए जा रहे हैं। फिलहाल सियासत गर्मा रही है और इसके केंद्र में युवा कांग्रेस पदाधिकारी आ चुके हैं।
हालांकि इस बीच एक धड़ा इस बात की भी वकालत कर रहा है कि कार्यकारिणी के जो पदाधिकारी पदमुक्त किए गए हैं, उनमें ज्यादातर लंबे समय से सक्रिय भागीदारी नहीं निभा रहे थे। इन पदाधिकारियों की हिस्सेदारी न सिर्फ हिमाचल के बाहर, बल्कि प्रदेश के भीतर होने वाले आयोजनों में भी कम ही थी। गौरतलब है कि राहुल गांधी की सदस्यता भंग करने के बाद राष्ट्रीय नेतृत्व ने दिल्ली में प्रदर्शन का ऐलान किया था। इस प्रदर्शन में शामिल होने के लिए युवा कांग्रेस पदाधिकारियों को पहुंचना था।
युवा कांग्रेस के हिमाचल प्रभारी अमरप्रीत लाली समेत अन्य ने इसके आदेश जारी किए थे, लेकिन प्रदेश से 112 पदाधिकारी दिल्ली के इस प्रदर्शन में हिस्सा लेने नहीं गए और अब इन पर यह गाज गिर गई है। जिन पदाधिकारियों को पदमुक्त किया गया है, अब उनके कारण जानने के लिए जल्द ही शिमला में एक आपात बैठक बुलाई गई है। इस बैठक में सबकी बात सुनी जाएगी और जो ठोस कारण प्रस्तुत करेंगे, उन्हें दोबारा बहाल किया जा सकता है। युवा कांग्रेस के हिमाचल प्रभारी अमरप्रीत लाली ने इसके संकेत दिए हैं।