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सोलन। हिमाचल प्रदेश में दो दशक पहले प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना में बनीं सड़कों की दोबारा से मेटलिंग ओर टारिंग की जाएगी। पांच मीटर तक चौड़ा भी किया जाएगा। इसके लिए प्रदेश सरकार ने केंद्र को 2763 करोड़ की डीपीआर भेजी है। प्रदेश में करीब 2521 किलोमीटर से ज्यादा सड़कों की हालत सुधारी जाएगी। केंद्र को भेजी डीपीआर में उन सड़कों को प्राथमिकता दी गई है, जिनसे अस्पतालों, स्कूलों और बागवानों को सुविधा मिल रही है। सबसे ज्यादा सड़कें शिमला जिले की है।
करीब 527 किलोमीटर सड़कों को स्तरोन्नत करने की योजना है। जल्द केंद्र की टीम सड़कों को वेरिफाइ करने के लिए आएगी। इसके लिए केंद्र के अधिकारी प्रदेश के लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों से संपर्क कर चुके हैं। डीपीआर को मंजूरी मिलते ही सड़कों को स्तरोन्नत करने का कार्य शुरू कर दिया जाएगा। उधर, लोक निर्माण विभाग के मुख्य अभियंता ई. विकास सूद ने कहा कि मंजूरी मिलते ही तुरंत सड़कों पर काम शुरू कर दिया जाएगा।
पांच मीटर होगी सड़कों की चौड़ाई
प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के पहले चरण में ये सड़कें वर्ष 2002 से 2007 तक बनी हैं। जब सड़कें बनाई गई थीं, तब इनकी चौड़ाई तीन मीटर थी। अब इनकी चौड़ाई बढ़ाई जाएगी। मैदानी क्षेत्रों में चौड़ाई पांच मीटर तक की जाएगी। पहाड़ी क्षेत्रों में 3.75 मीटर तक की जाएगी। यह चौड़ाई जगह के अनुसार बढ़ाई जाएगी। सड़कों के किनारे डंगे लगाने के साथ नालियों को भी पक्का किया जाएगा।
किस जिले में कितने किमी सड़कें होंगी चौड़ी
जिला सड़कों की लंबाई (किमी) बजट (करोड़ में)
शिमला 527.17 546.64
कांगड़ा 491.20 541.98
मंडी 321.54 339.89
सोलन 279.26 302.14
हमीरपुर 171.97 190.14
चंबा 153.49 199.60
बिलासपुर 146.27 157.74
ऊना 144.88 172.30
सिरमौर 134.60 136.70
कुल्लू 103.29 113.23
लाहौल-स्पीति 48.25 63.53
कुल 2521.91 2763.89
प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तीसरे चरण में प्रदेश में 2521 किलोमीटर सड़कें स्तरोन्नत की जाएंगी। इसके लिए 2763 करोड़ की डीपीआर केंद्र को भेजी है। सड़कों की चौड़ाई बढ़ाने के साथ उन पर मेटलिंग और टारिंग की जाएगी। -विक्रमादित्य सिंह, मंत्री लोक निर्माण