आवाज़ ए हिमाचल
22 फरवरी। प्रदेश के छह मेडिकल कालेजों को एक-एक अत्याधुनिक एंबुलेंस प्रदान की जा रही है। यह एंबुलेंस मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की ओर से 23 फरवरी को झंडी दिखाकर रवाना की जानी है। एक अत्याधुनिक एंबुलेंस की कीमत 40 लाख रुपये है और इनमें हर तरह के अत्याधुनिक उपकरण लगाए गए हैं। मुख्यमंत्री ने अपने बजट भाषण में प्रदेश के सभी सरकारी मेडिकल कालेजों आईजीएमसी, टांडा, मंडी, नाहन और हमीरपुर के मेडिकल कालेजों को यह एंबुलेंस दिए जाने की घोषणा की थी। इन एंबुलेंसों के मिलने से अब मरीजों को पीजीआई रैफर करने पर हजारों रुपये की फीस निजी एंबुलेंस को नहीं देनी पड़ेगी।
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर द्वारा 23 फरवरी को इन्हें मेडिकल कालेजों को प्रदान करने की योजना है। आईजीएमसी व अन्य मेडिकल कालेजों से गंभीरावस्था में मरीजों को पीजीआई रैफर करने पर अत्याधुनिक एंबुलेंस जिसमें वेंटीलेटर व अन्य सुविधाएं हो उनमें ले जाने के लिए 20 से 40 रुपये प्रति मरीज देने पड़ते थे। अब मरीजों पर पडऩे वाला यह अतिरिक्त बोझ दूर होगा और मरीजों को अत्याधुनिक एंबुलेंस की सुविधा भी उपलब्ध होगी। बहुत से मरीजों को एबुलेंस न मिलने पर टैक्सी में ही गंभीर मरीजों को पीजीआई ले जाना पड़ता था और ऐसे में मरीज आधे रास्ते में ही दम तोड़ देता था।
अत्याधुनिक एंबुलेंस में क्या-क्या सुविधा
इन अत्याधुनिक एंबुलेंस में वेंटीलेटर, मॉनिटर, आकसीजन, सक्शम, फ्रीजर आदि उपकरण लगे होंगे। इन उपकरणों से गंभीर रोगियों को जीवन सुरक्षा मिलेगा जिससे उन्हें पीजआई सुरक्षित पहुंचाया जा सकेगा।
आपातकालीन सेवा के लिए 108 एंबुलेंस सेवा प्रदान कर रही सेवाएं
प्रदेश में गंभीर रोगियों को पहुंचाने का कार्य जीवीके के माध्यम से राष्ट्रीय एंबुलेंस सेवा 108 कर रही है। इसके लिए प्रदेश के सभी 12 जिलों के लिए 204 एंबुलेंस हैं जो गंभीर रोगियों को रेफर करने की स्थिति में प्रदेश के बड़े अस्पतालों तक पहुंचा रही है। इन 204 एंबुलेंस में अत्याधुनिक एंबुलेंस हैं।
सभी मेडिकल कॉलेजों में रहेगी व्यवस्था
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग सचिव अमिताभ अवस्थी का कहना है प्रदेश के सभी सरकारी मेडिकल कालेजों को एक-एक अत्याधुनिक एंबुलेंस प्रदान की जा रही हैं। इन एंबुलेंस में हर तरह की अत्याधुनिक सुविधा उपलब्ध है। इससे गंभीर मरीजों को पीजीआइ आदि रेफर करने पर आसानी से पहुंचाया जा सकेगा।