आवाज ए हिमाचल
02 फरवरी। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता प्रेम कौशल ने केंद्रीय बजट पर प्रतिक्रिया ब्यक्त करते हुए कहा कि केंद्र सरकार एक ऐसी नालायक़ औलाद की तरह है जो अपने पूर्वजों द्वारा अर्जित संम्पति को बेच कर ऐश करती है और साथ में यह भी कहती है कि हमारे पूर्वजों ने हमारे लिए किया ही क्या है।केंद्र सरकार के बजट में आज़ादी के बाद ठोस नीतियों और कार्यक्रमों के परिणामस्वरूप स्थापित संस्थानों को निजी हाथों में बेचने के प्रबधान इसी यथार्थ को सत्यापित करते हैं, सरकार द्वारा बिजली,डीज़ल,पेट्रोल, गैस, बैंक,बीमा और इसी प्रकार के अनेक सार्वजनिक संस्थानों को सरमायेदारों के हाथों में देने की योजना देश को एक बार पुनः ईस्ट इंडिया कंपनी के हाथों में सौंपने जैसा है।
कांग्रेस प्रवक्ता आरोप लगाया कि इस बजट में रोज़गार सृजन तथा कोरोनाकल में रोजगार से बंचित हुए युवाओं की रोज़गार बहाली के प्रति कोई प्राबधान नहीं किया गया तथा मध्यम बर्ग को पूर्व की तरह निचोरडने का कार्य किया है।हिमाचल प्रदेश को रेलवे विस्तार तथा कोविड-19 की बजह से भारी नुकसान झेल रहे पर्यटन ब्यवसाय को राहत देने की दृष्टि से भी पूर्णतया नज़रअंदाज़ करने के साथ ही पूर्व में घोषित 69 राष्ट्रीय राजमार्गों के मुद्दे पर भी प्रदेश के साथ धोखा किया गया है।कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि यह सरकार का बजट न होकर एक राजनीतिक पार्टी का बजट है जिसमें जिन राज्यों में इस वर्ष चुनाव होने हैं उनको तवज्जो दी गई है।