आवाज़ ए हिमाचल
नौणी। देवभूमि हिमाचल की पवित्रता को बनाए रखने के लिए नशे से दूर रहें और प्रतिज्ञा लें कि नशा नहीं करेंगे। यह आह्वान राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने बुधवार को सोलन के नौणी स्थित डा. यशवंत सिंह परमार औद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय में छात्रों से किया। हिमाचल प्रदेश के प्रथम मुख्यमंत्री डा. यशवंत सिंह परमार के योगदान को याद करते हुए राज्यपाल ने कहा कि उन्होंने हिमाचल के विकास के लिए उल्लेखनीय कार्य किया। उन्होंने कहा कि मानव संसाधन विकास मंत्रालय की शैक्षणिक संस्थानों की अटल रैंकिंग के तहत वर्ष 2021 में इस विश्वविद्यालय को प्रोमिसिंग बैंड में 11वां स्थान प्राप्त हुआ है। वर्ष 2022 में भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद द्वारा भी देश के 72 कृषि विश्वविद्यालयों की रैंकिग में इस विश्वविद्यालय को 22वां स्थान प्रदान किया। उहाल ही में न्यूयॉर्क में आयोजित ग्रीन स्कूल कान्फ्रेंस में विश्वविद्यालय को इंटरनेशनल ग्रीन यूनिवर्सिटी अवार्ड-2022 से नवाजा है, जो एक बड़ी उपलब्धि है।
राज्यपाल ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि विश्वविद्यालय में प्राकृतिक खेती के अंतर्गत कुछ फसलों की उत्पादन विधि का मानकीकरण किया गया है। उन्होंने निर्देश दिए कि प्राकृतिक खेती के अंतर्गत अन्य फसलों के मॉडल भी तैयार किए जाएं। उन्होंने विश्वविद्यालय के सहयोग से प्रदेश की पहली प्राकृतिक खेती पर आधारित किसान उत्पादकता कम्पनी का गठन करने और इस कम्पनी से ‘बी’ और ‘सी’ ग्रेड के सेब का प्रसंस्करण विश्वविद्यालय में होने पर प्रसन्नता व्यक्त की।