आवाज़ ए हिमाचल
जतिन लटावा,जोगिन्द्र नगर
24 मई।जिला परिषद सदस्य कुशाल भारद्वाज ने नौहली व बिहूं पंचायतों में चल रही भारी पेयजल किल्लत पर पर कड़ा संज्ञान लेते हुए जल शक्ति विभाग के सहायक अभियंता को पत्र लिख विभाग की कार्यप्रणाली पर प्रश्न उठाए हैं। उन्होंने कहा कि लोग पीने के पानी को तरस गए हैं और विभाग अभी भी गंभीरता से कार्य नहीं कर रहा है।
कुशाल भारद्वाज ने कहा कि इससे पहले भी वे उन्हें व अन्य विभागीय अधिकारियों को कई बार नौहली और बिहूं पंचायतों के गांवों में चल रहे पानी के गंभीर संकट बारे अवगत करवा चुके है तथा कुछ सुझाव भी दिये थे,उस समय आपने कहा था कि एक साप्ताह के अंदर पानी की समस्या का समाधान हो जाएगा, लेकिन अफसोस है कि विभाग ने 3 महीने बीतने के बाद भी अभी तक कोई ठोस कार्य नहीं किया है और पानी की समस्या जस की तस बनी हुई है। उन्होंने कहा वे एक बार फिर से इन मुद्दों को आपके समक्ष रखते हुए इन पर शीघ्र अमल चाहता है, यदि विभाग जल्द इन कार्यों को करने के लिए विफल रहा तो उन्हें मजबूरन जनता को साथ लेकर आगली कार्यवाही के लिए विवश होना पड़ेगा।उन्होंने कहा कि नौहली पंचायत के बसेहड़ गाँव में पिछले कुछ महीनों से पानी की भारी किल्लत है। लोकल स्त्रोत सारे सूख गए हैं और कन्यादेवी भंडारण टैंक से जो सीधी सप्लाई लाइन बसेहड़ के लिए बिछाई गई थी, उसमें से कुछ साल पहले दूसरे गांवों को भी कनेक्शन दे दिया है जिस कारण बसेहड़ गांव को पानी बहुत कम आता है। बहुत बड़ा गाँव होने के कारण इस गाँव को कन्यादेवी भंडारण टैंक से पहले की तरह ही अलग से पाइप लाइन बिछाई जाये। फिलहाल पानी की किल्लत को तुरंत दूर किया जाये तथा बसेहड़ सहित जिन भी गांवों में पीने का पानी नहीं पहुँच रहा है उनमें टैंकर लगा कर मुख्य सप्लाई लाइन से पानी पहुंचाया जाये।मनारू में हैंड पंप की रॉड काफी समय से खराब है। लगभग एक महीने से विभाग द्वारा हर दिन बोला गया कि उनके पास सामान पड़ा है और कल ही इसको ठीक करवा देंगे लेकिन अभी तक इसे ठीक नहीं करवाया गया है। अतः 2 दिन के अंदर इस हैंड पंप को ठीक करवाया जाये। पचोण्डी नाला से आने वाले पानी बारे 2 महीने पहले एसडीएम कार्यालय में हुई बैठक में आपने स्वयं उन्हें और उनके साथ आए प्रतिनिधिमंडल को एसडीएम महोदय की उपस्थिति में कहा था कि 15 दिन के अंदर पचोण्डी नाला का पानी कन्यादेवी भंडारण टैंक में पहुँच जाएगा। लेकिन अभी तक ये पानी नहीं पहुंचा है। इस बारे में बार-बार विभाग ने उन्हें आश्वस्त किया कि 3 दिन के अंदर पानी पहुँच जाएगा, लेकिन पानी अभी तक नहीं पहुंचा है।दो बार उन्होंड खुद साइट पर जा कर जायजा लिया तो यह बताया गया कि 5-6 जगह लीकेज है, जिसे एक दिन में ठीक कर देंगे लेकिन अभी 10 दिन बीत जाने पर भी विभाग सुस्त पड़ा है। लोग पीने के पानी को तरस गए हैं और जलशक्ति विभाग एक तरह से सोया हुआ प्रतीत होता है।उन्होंने कहा कि अधिकारी स्वयं साइट में जाए तथा इस पानी को कन्यादेवी भंडारण टैंक तक पहुंचाने का प्रयास करे, ताकि नौहली व बिहूं पंचायतों के गांवों की पानी की किल्लत को दूर किया जा सके। रणा खड्ड के किनारे जो उठाऊ पेयजल योजना है उसकी मोटर लंबी जद्दोजहद के बाद ठीक करवा दी थी तथा जो पाइप लाइन ठेकेदार की मशीनरी से टूटी थी वह भी ठीक करवा दी है, लेकिन उसके बावजूद वहाँ से पानी नहीं छोड़ा जा रहा है। तर्क यह दिया जा रहा है कि कन्यादेवी टैंक में बहुत पानी है और धार वाला टैंक भी भरा रहता है, इसलिए पंप चलाने की जारूरत नहीं है। यदि टैंक फुल रहते हैं तो फिर गांवों में पर्याप्त पानी क्यों नहीं पहुँच रहा है। इस लिए वे कहना चाहता है कि लिफ्ट वाले पंप को रोज चलाया जाये, इसके पानी से धार वाले टैंक में भंडारण से धार, नौहली, द्रमण, बतनाहर, मरेंझ, कमलगलू, सपैड़ा, पटेहड़, बनोग, बदेहड़, देहरी, भगवाहर आदि गांवों को पीने का पर्याप्त पानी मिलता रहेगा, जबकि कन्यादेवी भंडारण टैंक से बसेहड़ पलोहन, आंद्राहलू, सपैड़ा, टिककर, बनाह, कारंझ, सदरेहड़, कुंड, दांधी, चाहब-भराड़ू, सजेहड़ आदि गांवों को पर्याप्त पानी दिया जा सकता है। लागधार से बटधार उठाऊ पेय जल योजना में वाटर फिल्टर टैंक भी बनाया जाये। बाल्ह आल से बटधार व बदेहड़ वार्डों के लिए नई उठाऊ पेय जल योजना स्वीकृत की जाये। रणा खड्ड से धार के लिए जो पानी अभी लिफ्ट हुआ है वहाँ पास से ही एक और पंप मोटर लगवा कर बतनाहर, बसेहड़, पलोहन व बनोग को अलग से पानी उपलब्ध करवाया जाये। भगवाहर के लिए 10000 लीटर, अंदरहालू के लिए 20000 लीटर की क्षमता व नौहली-चुक्कू के लिए जो स्टोरेज टैंक स्वीकृत हो चुके हैं, उनका निर्माण कार्य जल्दी शुरू किया जाये। जल जीवन मिशन के तहत स्वीकृत रणा खड्ड की ‘तथाकथित’ 9 करोड़ 33 लाख की रूपये की उठाऊ पेय जल योजना का काम जल्दी शुरू किया जाये। अथराह व नागद्याड़ा में भी कुछ घरों में लंबे समय से पानी की किल्लत है, उसे ठीक करवाया जाये। चल्हारग के लिए 20000 लीटर, बसेहड़ के लिए 20000 लीटर, चनेहड़ कुण्ड के लिए 25000 लीटर, मंढोता गड़ूही के लिए 20000 लीटर व बटोहलू खरोन के लिए 50000 लीटर क्षमता के टैंक के निर्माण की मंजूरी के लिए जो प्रस्ताव भेजे हैं, उनकी शीघ्र मंजूरी दिलवाई जाये। बागड़ू, मकोड़ा व खपरोटू में भी पानी के टैंक का निर्माण किया जाये तथा पानी की भी समुचित आपूर्ति की जाये।कुशाल भारद्वाज ने कहा कि पानी की विकराल समस्या को देखते हुए तथा विभाग की लेटलतीफी के चलते क्षुब्ध होकर एक बार फिर मैंने ये सारी समस्याएँ आपके समक्ष रखी हैं , यदि इन पर शीघ्र कोई अमल नहीं हुआ तो जनता को पानी उपलब्ध न होने तक वे मजबूरन विभाग के कार्यालय में अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ जाएंगे।उन्होंने उम्मीद जताई है कि इस बार विभाग इन मुद्दों पर शीघ्र अमल करेगा।