आवाज ए हिमाचल
24 अप्रैल। देश में कोरोना संक्रमण का कहर थमता नजर नहीं आ रहा है। लगातार तीसरे दिन देश में तीन लाख से अधिक मामले सामने आए हैं। शुक्रवार को देश में कुल 3.46 लाख केस सामने आए और रिकॉर्ड 2600 लोगों की मौत हुई। इसी के साथ भारत में तीन दिन में कुल मामले करीब 9.94 लाख तक पहुंच गए हैं जो अब तक का रिकॉर्ड है। ऐसा अब तक दुनिया में किसी भी देश में देखने को नहीं मिला है। इससे पहले अमेरिका में दो अलग अलग दिन चार लाख और तीन लाख से अधिक मामले सामने आए थे। ये लगातार चौथा दिन रहा जब देश में 2000 से अधिक मौतें हुईं।
पूरे विश्व में 8.9 लाख मामलों में 37 फीसदी अकेले भारत से ही सामने आये
ब्राजील में गुरुवार को 79,719 मामले सामने आए थे, अमेरिका में 62,642 और तुर्की में 54,791 केस सामने आए थे। ये देश कोरोना से सर्वाधिक प्रभावित माने जाते हैं, लेकिन भारत ने इन सभी को काफी पीछे छोड़ दिया है। चिंता की बात है कि 24 घंटे में पूरी दुनिया में कुल 8.9 लाख मामले सामने आए जिसमें से 37 फीसदी अकेले भारत से हैं।
बंगलूरू में भी हुए हालात गंभीर
अब तक मुंबई और दिल्ली में कोरोना का कहर सबसे अधिक नजर आ रहा था, लेकिन इस बीच बंगलूरू ने में भी जबरदस्त संक्रमण नजर आ रहा है। देश में किसी भी शहर के मुकाबले यहां सबसे अधिक 1.5 लाख सक्रिय केस हैं। जबकि पुणे में सक्रिय मामलों की संख्या 1.2 लाख है।
अधिक प्रभावित शहरों में पांच शहर महाराष्ट्र से
शीर्ष 10 सबसे प्रभावित शहरों में से पांच महाराष्ट्र से हैं। ये शहर हैं- पुणे, मुंबई, नागपुर, ठाणे और नासिक। हैदराबाद में कुल 94 हजार सक्रिय मामले हैं। अन्य शहर है- लखनऊ, कामरूप मेट्रो और अहमदाबाद। दिल्ली इस सूची में शामिल नहीं है क्योंकि यहां कुल 11 जिले हैं और करीब एक लाख सक्रिय मरीज हैं।
15 सबसे प्रभावित राज्य
राज्यवार देखें तो शुक्रवार को 15 राज्यों व केंद्रशासित प्रदेशों में सबसे अधिक मामले सामने आए। इन राज्यों में शामिल हैं- केरल, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश, प. बंगाल, ओडिशा, राजस्थान, छत्तीसगढ़, हरियाणा, गुजरात, बिहार, मध्यप्रदेश, पंजाब और चंडीगढ़।
महाराष्ट्र में हुईं 30 फीसदी मौतें
महाराष्ट्र में शुक्रवार को 66,836 मामले सामने आए जो देश में सर्वाधिक था। इसके बाद उत्तर प्रदेश, केरल, कर्नाटक और दिल्ली में सबसे अधिक केस सामने आए। महाराष्ट्र में सबसे अधिक 773 की मौत हुई जो कुल मौतों का 30 फीसदी है। इसके बाद दिल्ली में 348 और छत्तीसगढ़ में 219 लोगों की मौत हुई। यूपी, कर्नाटक और गुजरात में 100 से अधिक लोगों ने जान गंवाई।