आवाज़ ए हिमाचल
सुमित शर्मा, परवाणू। हिमाचल का प्रवेशद्वार व हरियाणा से सटा सीमावर्ती क्षेत्र परवाणू का पुलिस थाना लम्बे समय से पुलिस फ़ोर्स की अपर्याप्त कमी से जूझ रहा है। यहां कांस्टेबल की 8 पोस्टें खाली पड़ी हैं। आलम यह है की ट्रैफिक पुलिस की भी यहां पर्याप्त भर्ती नहीं है, जिसके चलते यहाँ की ट्रैफिक व्यवस्था हरदम अव्यवस्थित रहती है। जनता का कहना है की परवाणू थाना के हालात ऐसे हैं की जैसे यह थाना मात्रा प्रोटोकॉल ड्यूटी के लिए ही बनाया गया है।
बता दें हरियाणा बॉर्डर पर स्थित परवाणू शहर के पुलिस थाना में 7 हेड कॉन्स्टेबल के पद हैं, जिसमें केवल 3 हेड कॉन्स्टेबल की तैनाती है और 4 पद रिक्त पड़े हैं। पुलिस थाना में कांस्टेबल के 22 पद हैं, परन्तु केवल 14 कॉन्स्टेबलों की ही यहां तैनाती हो पाई है, जबकि कॉन्स्टेबल की 8 पोस्ट परवाणू थाना में खाली पड़ी हुई हैं, जो सीमावर्ती क्षेत्र परवाणू की सुरक्षा को लेकर बहुत बड़ा ब्लंडर है।
गौरतलब है किसी भी थाना में कॉन्स्टेबल थाने की रीड की हड्डी होते हैं, परन्तु सीमा से सटा परवाणू केवल 14 कॉन्स्टेबल के साथ कार्य करने को मजबूर है, जिसको प्रशासन व सरकार द्वारा गंभीरता से लेने की आवश्यकता है। हालांकि, परवाणू बॉर्डर पर बाहरी फोर्स के जवानों को भी समय-समय पर तैनात किया जाता है। हैरानी की बात तो यह है की पूरे परवाणू की ट्रैफिक व्यवस्था महज एक ट्रैफिक हेड कॉन्स्टेबल के सहारे है। यदि वाहनों की बात करें तो थाने की बोलेरो गाड़ी प्रोटोकॉल व्यवस्था के चलते व्यस्त रहती है जिस कारण परवाणू के अन्य स्थानों में आवाजाही करने में पुलिस को परेशानी होती है।
उधर, एसपी सोलन विजेंद्र शर्मा का कहना है की बॉर्डर का एरिया देखते हुए इस समय पहले के मुकाबले काफी पदों को भरा गया है। जैसे-जैसे फ़ोर्स हमें मिलती रहेगी परवाणू में रिक्त पड़े अन्य सभी पदों को भर दिया जाएगा। ट्रैफिक व्यवस्था को लेकर अधिकारियों को क्षेत्रीय रूपरेखा बनाने के आदेश दिए गए है। परवाणू में 3 से 4 ट्रैफिक पुलिस कर्मियों की तैनाती जल्द ही कर दी जायेगी। एसपी विजेंद्र शर्मा ने कहा की परवाणू की सुरक्षा में कोई कोताही नहीं बरती जाएगी, जनता की सुरक्षा हमारा पहला दायित्व है।