आवाज़ ए हिमाचल
शिमला, 23 मई। पुलिस कांस्टेबल भर्ती की लिखित परीक्षा के पेपर लीक मामले में विशेष जांच टीम (एसआईटी) ने सीबीआई को केस सौंपने के लिए रिकॉर्ड तैयार कर लिया है। पुलिस अब तक इस मामले में 91 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। इनमें अभ्यर्थी, एजेंट और कुछ अभ्यर्थियों के परिजन भी शामिल हैं। 10 एजेंट बाहरी राज्यों से दबोचे गए हैं। अभी तक की जांच में यह सामने आया है कि हिमाचल प्रदेश के 8 जिलों में यह पेपर बंटा है। जिला कांगड़ा में सबसे ज्यादा 57 आरोपी गिरफ्तार किए गए हैं।
इसके अलावा आरोपियों से कई दस्तावेज, 10.35 लाख रुपये नकदी, पांच कारें, 137 मोबाइल फोन, लैपटॉप जब्त किए गए हैं। सीबीआई को जांच आगे बढ़ाने के लिए जब्त किए गए दस्तावेज, मोबाइल फोन और लैपटॉप मददगार साबित होंगे। जब तक सीबीआई केस को नहीं संभालती है, तब तक पुलिस की एसआईटी जांच जारी रखेगी। पुलिस मुख्यालय शिमला से मिली जानकारी के मुताबिक हिमाचल प्रदेश और अन्य राज्यों में मामले की जांच के लिए छह टीमें बनाई गई हैं।
इनमें जांच टीम, दस्तावेज तैयार करने, छापे मारने, साइबर जांच करने, पूछताछ करने और वित्तीय संबंधी जांच के लिए टीमें बनी हैं। पुलिस की इन टीमों ने वैज्ञानिक और तकनीकी आधार पर जांच-पड़ताल की है। गौर हो कि पुलिस कांस्टेबलों के 1,334 पदों की भर्ती के लिए 27 मार्च को लिखित परीक्षा हुई थी। 5 अप्रैल को परिणाम घोषित हुआ। प्रदेशभर में 81 परीक्षा केंद्रों में पेपर हुआ था। सबसे पहले अमर उजाला में पेपर लीक होने की खबर प्रकाशित होने के बाद मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने परीक्षा रद्द कर दी थी।
अब तक इस मामले में 91 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। जिला कांगड़ा में सबसे ज्यादा 57, सोलन 19, हमीरपुर से चार, मंडी-बिलासपुर-चंबा से तीन-तीन, ऊना-कुल्लू से एक-एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। इन आरोपियों में 63 अभ्यर्थी, तीन परिजन, एजेंट और साजिशकर्ता शामिल हैं। 15 एजेंट और साजिशकर्ता हिमाचल से, 10 अन्य राज्यों के शामिल हैं। इनमें से 26 न्यायिक और 21 पुलिस हिरासत में हैं।