आवाज़ ए हिमाचल
रामपुर। जम्मू कश्मीर के पुलवामा जिला में शहीद हुए हिमाचल के जवान पवन का आज पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। शहीद को अंतिम विदाई देने पूरा इलाका उमड़ पड़ा और भारत माता की जय के नारों के बीच नम आंखों से पवन दंगल को विदाई दी गई। स्थानीय विधायक नंद लाल सहित स्थानीय प्रशासन एवं आर्मी के अधिकारियों ने उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किए। शहीद की पार्थिव देह दोपहर को चंडीगढ़ से शिमला जिला के रामपुर के किन्नू पंचायत के पिथ्वी गांव पहुंची। पार्थिव देह रामपुर पहुंचते ही लोगों ने ‘शहीदों की चिताओं पर लगेंगे हर बरस मेले, वतन पर मरने वालों का यही बाकी निशां होगा’ नारे लगाए। शहीद के अंतिम दर्शन करने के लिए रामपुर में जनसैलाब उमड़ पड़ा। क्षेत्र के सैकड़ों लोगों ने शहीद पवन कुमार धंगल को भावभीनी श्रद्धांजलि दी।
जवान का शव गांव पहुंचते ही स्थानीय लोगए शहीद के परिवार और रिश्तेदार भावुक हो गए। शहीद जवान की अंतिम यात्रा को देख कर सभी की आंखें नम हो गई। सेना के जवानों ने शहीद पवन का शव उसके घर तक पहुंचाया। यहां जवान का इंतजार कर रही पवन की माता के अलावा बहन और पिता भी अपने आंसु रोक नहीं पाए और बिलख बिलख कर रोने लगे।
पिता शिशुपाल गमगीन थे। 55 राष्ट्रीय राइफल्स ग्रेनेडियर्स के सिपाही पवन ने दक्षिण कश्मीर के अवंतीपोरा पुलवामा में एक मुठभेड़ में आतंकियों से लोहा लेते हुए घायल हुए थे। बाद में इलाज के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया। 26 वर्षीय पवन दंगल 2015 में सेना में भर्ती हुआ था। उनके पिता शिशुपाल लोक निर्माण विभाग में कार्यरत हैं, जबकि माता भजन दासी गृहिणी हैं। पवन की एक बहन प्रतिभा की शादी हो चुकी है। 7 फरवरी को ही पवन ड्यूटी के लिए वापस लौटा था।
वहीं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सांसद प्रतिभा सिंह ने आज सुबह शहीद पवन के गांव पिथवी में उनके घर जाकर उनके पिता शिवपाल व माता भजन देवी से मिल कर उन्हें सांत्वना दी। उन्होंने शहीद पवन के छाया चित्र पर अपने श्रद्धा सुमन भी अर्पित किए। इस दौरान उनके साथ रामपुर के विधायक नंद लाल,जिला परिषद की अध्यक्ष चंद्र प्रभा नेगी के अतिरिक्त कई अन्य प्रबुद्ध लोग साथ थे। प्रतिभा सिंह ने शोकाकुल परिवार को अपनी संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि पवन की शहादत ने देश की रक्षा में अपना सर्वोच्च बलिदान देकर कर इस क्षेत्र का नाम शूरवीरों की सूची में दर्ज कर दिया है। उन्होंने कहा कि देश को उनकी शहादत पर गर्व है और इस दुख की घड़ी में पूरा प्रदेश उनके साथ खड़ा है।