आवाज़ ए हिमाचल
लंदन/मॉस्को, 2 मार्च। यूक्रेन से जंग कर रहे रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को घर में विरोध का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन उन्हें यह खिलाफत मंजूर नहीं है। जंग के खिलाफ प्रदर्शन करने वाले स्कूली बच्चों को भी पुतिन प्रशासन ने कथित तौर पर गिरफ्तार कर लिया है। ओवीडी इंफो की रिपोर्ट के अनुसार रूस के 50 शहरों में युद्ध विरोधी प्रदर्शनों के आरोप में 7000 लोग हिरासत में लिए जा चुके हैं।
मॉस्को में मौजूद विपक्षी नेताओं ने स्कूली बच्चों को पुलिस वैन में बैठाकर ले जाने व थाने में रखने की तस्वीरें जारी की हैं। इन बच्चों का कसूर यह है कि इन्होंने जंग के खिलाफ पोस्टर बैनर लहराए थे। इन्हें उग्रवाद व देशद्रोह के आरोप में जेल भेजा जा सकता है। रूस में सरकार या जंग विरोधी प्रदर्शन करने पर देशद्रोह की धाराओं में केस दर्ज करने का प्रावधान है।
रूसी नेताओं द्वारा जारी एक अन्य फोटो में पुलिस वैन के पिछले हिस्से में तीन बच्चे बैठे हैं। इनके हाथ में ‘नो वॉर’ की तख्तियां व फूल हैं। ये फूल लेकर ये बच्चे मॉस्को स्थित रूसी दूतावास गए थे। एक लड़की के हाथ में तख्ती थी, जिसमें रूसी भाषा में लिखा था ‘नो वॉर’। उसके आसपास रूस व यूक्रेन का झंडा बनाया गया था।
रूस में विरोध प्रदर्शनों पर नजर रख रहे संगठन ओवीडी इंफो के अनुसार अब तक 50 शहरों में 7000 लोगों को हिरासत में लिया जा चुका है। दोनों पड़ोसी व पूर्व मित्र देशों को आज दुनिया एक दूसरे से जंग करते देख हैरान व स्तब्ध है। न तो रूस की जनता जंग चाहती है और न ही यूक्रेन की। सत्ताधारी नेताओं के अहंकार का खामियाजा देश की जनता को भुगतना पड़ रहा है।
जंग 7वें दिन भी जारी है और इसके थमने के कुछ संकेत नहीं दिख रहे हैं। रूस लगातार बमबारी कर रहा है। जंग का यूक्रेन को भारी नुकसान उठाना पड़ा है। यूक्रेन ने रूस को भी बड़ा नुकसान पहुंचाने का दावा किया है।