आवाज़ ए हिमाचल
शिमला। कांग्रेस प्रचार कमेटी के चैयरमैन सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा हिमाचल से जयराम सरकार का जाना तय है। भाजपा हाईकमान भी इस सच्चाई को जान चुका है। भाजपा का शीर्ष नेतृत्व भी जान चुका है कि जयराम सरकार की हिमाचल से विदाई तय है। यही वजह है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, अमित शाह और भाजपा के दूसरे बड़े नेताओं की हिमाचल की दौड़ लगी हुई है। ये नेता रैलियां करने के लिए पहुंच रहे हैं, लेकिन हिमाचल की जनता इनको कोई तवज्जो नहीं दे रही।
सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा जयराम सरकार के कुशासन ने भाजपा के केंद्रीय नेताओं हिमाचल की गलियों और चौराहों पर नुक्कड़ सभाएं करने को मजबूर कर दिया है। उन्होंने कहा जयराम सरकार ने पांच सालों में हर वर्ग को परेशान किया है। फिर चाहे सरकारी कर्मचारी हो या किसान, बागवान हो। जयराम सरकार के कार्यकाल में हर वर्ग त्रस्त हुआ है। कर्मचारी लंबे अरसे से जयराम सरकार के खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं।
पांच सालों में काम किया होता तो यह नौबत नहीं आती
सुखविंदर सुक्खू ने कहा कि जयराम ठाकुर पांच साल में अपने अहम में रहे और प्रदेश में विकास उनकी प्राथमिकता में नहीं रहा। मुख्यमंत्री का अपने मंत्रिमंडल तो दूर अफसरों पर कोई पकड़ नहीं रही। यही वजह है कि वे पांच सालों में लगातार अधिकारियों के तबादलों में व्यस्त रहे, हालात यह रही है कि आधा दर्जन मुख्य सचिवों को बदलना गया, लेकिन फिर भी जयराम सरकार की अधिकारियों पर पकड़ ढीली रही।
एकजुटता का दावा करने वाली पार्टी के अध्यक्ष अपने गृह क्षेत्र में बगावत नहीं कर पा रहे कंट्रोल
सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा है कि भारतीय जनता पार्टी एकजुटता के बड़े बड़े दावे कर रही है, लेकिन इन चुनावों में भाजपा के नेताओं ने ही पार्टी में बुरी तरह से बगावत कर रखी है। पार्टी में किस तरह से घमासान छिड़ा है यह इस बात से साबित हो रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद हस्तक्षेप कर रहे हैं, मगर उनकी भी कोई सुन नहीं रहा। उन्होंने कहा कि खुद भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के गृह क्षेत्र बिलासपुर में बगावत पार्टी को झेलनी पड़ रही है। प्रदेश में दूसरी जगह पर भी पार्टी के नेता अपनी ही पार्टी के खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं। जयराम ठाकुर अपनी पार्टी के अंदर अपने विरोधियों को ठिकाने लगाने की कोशिश कर रहे हैं तो दूसरे गुट भी जयराम को सबक सिखाने का मौका देख रहे हैं।