आवाज़ ए हिमाचल
शांति गौतम,बीबीएन
06 दिसंबर।पिंजौर-बद्दी-नालागढ़ फोरलेन की जद में आने वाले पेड़ों के कटान का काम शुरू हो गया है। कंपनी ने बद्दी से लेकर नालागढ़ तक सडक़ किनारे पेडों को काटना शुरू कर दिया है। बद्दी से नालागढ़ तक 2 हजार छोटे- बड़े पेड़ काटे जाएंगे। वहीं फोरलेन की जद में आने वाले भवनों को तोडऩे का काम भी युद्धस्तर पर चला हुआ है,जिन भवनों के प्रशासन ने बिजली और पानी के कनेक्शन काट दिए हैं, उन भवनों को तोड़ने का काम भवन मालिकों ने शुरू कर दिया है। दिसंबर माह में पटेल इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड ने फोरलेन का काम शुरू करना था और पहली कड़ी के तहत कंपनी ने फोरलेन की जद में आने वाले पेड़ों को काटने का काम शुरू कर दिया है। प्रशासन द्वारा अभी तक कुल 185 भवनों के बिजली पानी के कनेक्शन काटे गए हैं। इन भवनों को भवन मालिकों ने तोड़ना शुरू कर दिया है,क्योंकि प्रशासन द्वारा आखिरी अल्टीमेटम भवन मालिकों को दे दिया गया था।
पिंजौर से नालागढ़ तक लगभग 31 किलोमीटर का निर्माण होना है ,जिसमें 17.6 किलोमीटर हिमाचल का हिस्सा है और बाकी 13 किलोमीटर हिस्सा हरियाणा का है। फोरलेन के निर्माण पर कुल 731 करोड़ 67 लाख रुपये का बजट खर्च होगा और निर्धारित ढाई वर्ष में इसका निर्माण होना है। फोरलेन की जद में बद्दी से लेकर नालागढ़ तक लगभग 431 भवन आ रहे हैं। जिसमें से 185 भवन मालिकों को भुगतान कर दिया गया है और बाकी बचे भवन मालिकों को भी भुगतान किया जा रहा है। जब तक भवनों का सारा मामला निपटता नहीं तब तक कंपनी पेड़ों को कटान का काम करेगी। एसडीएम नालागढ़ ने जानकारी देते हुए बताया कि फोरलेन की जद में आने वाले पेड़ों को काटना शुरू कर दिया है। लगभग 2 हजार से अधिक पेड़ फोरलेन की जद में आएंगे।उन्हें काटा जाएगा। दिसंबर माह से फोरलेन के निर्माण की प्रारंभिक प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। जैसे-जैसे भवनों को तोडऩे का काम पूरा होगा कंपनी युद्धस्तर पर काम शुरू कर देगी।