आवाज़ ए हिमाचल
राकेश डोगरा, पालमपुर। उपमंडल पालमपुर के अंतर्गत राजकीय माध्यमिक पाठशाला हल्दरा में सीएचओ नेहा शर्मा हैल्थ वैल्नैस सेंटर सपड़ुल की अध्यक्षता में राष्ट्रीय तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम (एनटीसीपी) का आयोजन किया गया। चूंकि यह एक जागरुकता कार्यक्रम है, इसमें उन्होंने विद्यार्थियों को तम्बाकू के सेवन से होने वाले नुक्सान की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि शिक्षा संस्थानों के 100 यार्ड के भीतर तम्बाकू उत्पादों की बिक्री व सेवन दंडनीय है
उन्होंने यह भी कहा कि भारत सरकार ने ग्याहरवीं पंचवर्षीय योजना के दौरान वर्ष 2007-08 में राष्ट्रीय तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम (एन टी सी पी) की शुरुआत की, जिसका उद्देश्य तम्बाकू सेवन से होने वाले हानिकारक प्रभावों के बारे में जागरुकता पैदा करना है। उनका कहना था कि भारत में तम्बाकू का पौधा पुर्तगालियों द्वारा सन् 1608 ईस्वी में लगाया गया था, तब से इसकी खेती का दायरा भारत के लगभग सभी भागों में फैल गया है। अंत में इसे उन्होंने मीठा जहर भी बताया क्योंकि यह धीरे धीरे शरीर को खोखला कर देता है।
विद्यार्थियों ने कविताएं सुनाईं व “तम्बाकू के सेवन से नुक्सान” के नारे भी लगाए। इस प्रतियोगिता में प्रथम, द्वितीय व तृतीय रहने वालों को ईनाम भी बांटे गए। इस मौके पर हैड टीचर नरेश कुमार, अनिल कुमार, अजय शर्मा, सविता, पूजा आशा वर्कर बिनता दवी मौजूद रहे।