आवाज ए हिमाचल
4 जनवरी। क्षेत्र के एक अग्रणी निजी स्कूल के अभिभावक प्रधानाचार्य के अड़ियल रवैये के खिलाफ लामबंद हो गए हैं। बच्चों के अभिभावकों का आरोप है कि स्कूल प्रबंधन मनमानी फीस वसूल कर अभिभावकों की भावनाओं को ठेस पहुंचा रहा है। इसी मांग को लेकर अभिभावकों ने अधिक संख्या में सोमवार को स्कूल पहुंच कर विरोध जताया। अभिभावकों का अारोप है कि 3240 वार्षिक शुल्क लिया जा रहा है। अभिवावकों ने बताया यदि कोई अपनी समस्या स्कूल प्रबंधन को बताने की कोशिश करता है तो वह तानाशाही पर उतारू होकर कहते हैं कि यदि आपको कोई दिक्कत है, तो अपने बच्चों को स्कूल से निकाल लो। उन्होंने बताया सरकार के आदेशों के उपरांत भी स्कूल पूरी फीस वसूल कर रहा है। कोरोना संक्रमण की वजह से सरकार की ओर से स्कूलों को ट्यूशन फीस लेने के आदेश पारित किए हैं। लेकिन यहां पहली तिमाही की पूरी फीस लेने के बाद स्कूल प्रशासन ने इस माह भी 4000 रुपये प्रति माह वसूलने का फिर फरमान जारी कर दिया है। बच्चों के अभिभावक शम्मी कुमार, अातमा राम, विक्रम सिंह, सुनील कुमार, सुदर्शना, महेंद्र, कुमार, अंजली, संजना ने सहित अभिवावकों ने बताया बहुत से स्कूलों ने बच्चों को भरपूर सहयोग दिया। लेकिन यहां बच्चों और उनके अभिभावकों पर कोई रहम नहीं किया जा रहा है। एक तो वे पहले ही कोरोना महामारी के चलते परेशान, बेरोज़गार व लाचार हैं। ऊपर से स्कूल की तानाशाही ने उनकी रातों की नींद हराम कर रखी है। इसलिए सोमवार को स्कूल पहुंचे हैं।
वहीं, इस संदर्भ में स्कूल प्रधानाचार्य का कहना है कि नियमों के तहत ही फीस ले रहे हैं। अॉनलाइन कक्षाएं चल रही हैं। अगर किसी से ज्यादा फीस का भुगतान किया है, तो उसे समायोजित किया जाएगा।