विश्वविद्यालय संशोधन विधेयक ध्वनिमत से पारित
आवाज़ ए हिमाचल
शिमला। भविष्य में कृषि विश्वविद्यालय पालमपुर और वानिकी विश्वविद्यालय नौणी में वीसी की भर्ती राज्य सरकार की सलाह पर होगी। राज्य सरकार ने भारी हंगामे के बीच गुरुवार को ध्वनिमत से इस प्रस्ताव को पारित कर दिया। कृषि मंत्री चंद्र कुमार ने गुरुवार को इस प्रस्ताव को चर्चा के लिए रखा। उन्होंने कहा कि पालमपुर कृषि विश्वविद्यालय और नौणी विश्वविद्यालय में वीसी की भर्ती सरकार की सलाह पर होगी। इसके लिए राज्य सरकार संशोधन विधेयक लाई है। इस विधेयक से विश्वविद्यालय से राजनीतिक हस्तक्षेप भी खत्म होगा। इस बीच विपक्ष ने हंगामा कर दिया। अध्यक्ष के सामने पहुंच कर नारेबाजी शुरू कर दी आर फिर वाकआउट भी किया। दरअसल, विपक्ष इस बिल पर चर्चा की मांग कर रहा था, लेकिन पूर्व में निर्धारित न होने की वजह से विपक्ष के सदस्यों को चर्चा में शामिल नहीं किया गया। इसे देखते हुए सदन में नारेबाजी शुरू हो गई और बाद में विपक्ष ने सदन से वाकआउट कर दिया। नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने सदन में विपक्ष की आवाज को दबाने का आरोप लगाया। हालांकि बाद में इस प्रस्ताव को ध्वनिमत से पारित कर दिया गया।
उधर, विधायक विपिन परमार ने कहा कि वीसी का पद राजनीतिक तौर पर नहीं भरा जाना चाहिए। कृषि विश्वविद्यालय पालमपुर और नौणी विश्वविद्यालय में सुधार की आवश्यकता नहीं है। पालमपुर और नौणी विश्वविद्यालय दोनों देश भर में अव्वल हैं। नेचुरल फार्मिंग में देश भर में अव्वल हैं। कुलपति सरकार के कहने पर नहीं, बल्कि योग्यता के आधार पर लगाया जाना चाहिए। यह प्रयास राज्यपाल की शक्ति का हनन है। इसी बीच, सीपीएस आशीष बुटेल ने कहा कि बिल में यह नहीं कहा गया है कि बिना बायोडाटा जांचे वीसी की भर्ती की जाएगी। उन्होंने कहा कि संशोधन के बाद भी नियमों में कोई डील नहीं दी जाएगी। बिल में यह कहा गया है कि वीसी की भर्ती सरकारी तौर पर होगी। इस प्रक्रिया में राज्यपाल के अधिकारों का भी हनन नहीं होगा।