आवाज़ ए हिमाचल
राकेश डोगरा,पालमपुर
13 जून।गत पांच जून को राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय द्रमण में आयोजित पर्यावरण दिवस से संबंधित गतिविधियों को सात अलग-अलग भागों में बांट कर 5 से 13 जून तक मनाया गया। विश्व पर्यावरण दिवस हर वर्ष अलग अलग विषयों के आधार पर माना जाता है। वर्ग 1972 से संयुक्त राष्ट्र संघ के तत्वावधान में स्टाकहोम स्वीडन में मानवीय पर्यावरण पर एक सम्मेलन का आयोजन हुआ। इसी आधार पर 1974 में विश्व पर्यावरण दिवस मनाया गया। इस वर्ष अर्थात 2024 में हमारी पृथ्वी हमारा भविष्य नारे के साथ मनाया जा रहा है व इसकी थीम भूमि बहाली, मरुस्थलीकरण और सूखा सहनशीलता है।इसका मुख्य उद्देश्य पर्यावरण के प्रति जागरूकता फैलाना है।पांच जून को “पर्यावरण तथा स्वास्थ्य जीवन शैली अपनाएं” विषय पर एक व्याख्यान का आयोजन किया गया।पास के गांव से लेकर बाजार तक रैली निकाली गई। 6 जून को “सतत् खाद्य प्रणाली अपनाएं” व्याख्यान का आयोजन हुआ। जिसमें प्राकृतिक खेती करने पर जोर डाला गया। स्कूल में पौधारोपण भी किया गया। तीसरे दिन 7 जून को “इलैक्ट्रोनिक अपशिष्ट प्रबंधन” पर व्याख्यान दिया गया, जिसमें पुराने व उपयोग में ना लाए जा सकने वाले उपकरणों को इधर-उधर फैंकने से होने वाले नुकसान की जानकारी दी गई। बच्चों को अपने निवास स्थान के आसपास से ऐसा कचरा इकट्ठा करके रखने को कहा गया। चौथे दिन 8 जून को “कचरा प्रबंधन विषय पर व्याख्यान” हुआ। कजरे को अलग अलग किस्मों के आधार पर रखने बारे जोर दिया गया। गीले कचरे, जिससे कंपोस्ट बनाई जा सकती हो, व ठोस कचरा सिसको रीसाइकल किया जा सकता हो,को अलग अलग रखना चाहिए। इसी विषय पर बच्चों की भाषण प्रतियोगिता भी करवाई गई। 11 जून पांचवें दिन “ऊर्जा बचाओ विषय” पर बच्चों व्याख्यान प्रतियोगिता की गई। बच्चों ने इससे संबंधित पेंटिंग भी की।12 जून को “जल संरक्षण विषय” पर विद्यार्थियों की कला प्रतियोगिता की गई। व्याख्यान का आयोजन भी किया गया। स्कूल परिसर में टपकते नलों की मरम्मत करवाई गई । 13 जून सातवें दिन “सकल उपयोग प्लास्टिक को नहीं” पर व्याख्यान दिया गया। बच्चों की प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता भी करवाई गई । इस कार्यक्रम में सभी ने बढ़ चढ़कर कर हिस्सा लिया। इस कार्यक्रम की प्रभारी अनिता कौशल टीजीटी सांइस रही, जबकि इसका निर्देशन मुख्याध्यापक संजय पटियाल ने किया।