आवाज़ ए हिमाचल
इस्लामाबाद। पाकिस्तान में पूर्व प्रधानमंत्री और पाकिस्तान तहरीके-इंसाफ (PTI) के नेता इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद से पूरे पाकिस्तान में हालात बेकाबू हो रहे हैं। इमरान के समर्थकों ने देश भर में दंगे और आगजनी की। समर्थकों और पुलिस के बीच झड़प में हुई फायरिंग में कोई लोगों की मौत भी हो गई। पेशावर में हिंसा में चार लोगों की मौत की खबर है वहीं पाकिस्तान के पंजाब में सेना को तैनात कर दिया गया है। पंजाब प्रांत में पुलिस ने 1 हजार उपद्रवियों को गिरफ्तार किया है। भीड़ ने रावलपिंडी स्थित सेना मुख्यालय और लाहौर में कोर कमांडर के आवास पर हमला बोल दिया। इमरान समर्थकों ने कोर कमांडर के घर को पूरी तरह लूट लिया और फिर उसे आग के हवाले कर दिया।
सोशल मीडिया पर शेयर किए गए वीडियो में लोगों को खाने-पीने की चीजें लूटकर ले जाते हुए देखा जा सकता है। इस्लामाबाद प्रशासन ने राजधानी में मौजूदा कानून व्यवस्था के बिगड़ते हालात को देखते हुए सेना की तैनाती के लिए गृह मंत्रालय को चिट्ठी लिखी है। इस्लामाबाद के औद्योगिक क्षेत्र में पुलिस दफ्तर में उपद्रवियों ने आग लगा दी है। इस बीच PTI के नेता फवाद चौधरी ने भी कहा कि पुलिस उन्हें भी गिरफ्तार कर सकती है।
फवाद चौधरी ने दावा किया है कि इस्लामाबाद पुलिस उन्हें गिरफ्तार करने के लिए बड़ी तादाद में सुप्रीम कोर्ट की इमारत के बाहर इकट्ठा थी। उन्होंने ट्वीट किया कि इस्लामाबाद हाईकोर्ट ने कल फैसला सुनाया कि पुलिस को 12 मई तक किसी भी मामले में मुझे गिरफ्तार करने से रोक दिया गया है। मैं सुप्रीम कोर्ट में मौजूद हूं जहां इमरान खान की गिरफ्तारी के खिलाफ याचिका दायर की गई है और मुझे गिरफ्तार करने के लिए भारी संख्या में इस्लामाबाद पुलिस फोर्स तैनात है।’ उधर, पंजाब प्रांत में पुलिस ने करीब 1 हजार लोगों को गिरफ्तार किया है। पंजाब प्रांत की पुलिस ने एक बयान में कहा, ‘पूरे प्रांत में हिंसक कृत्यों, तोड़फोड़, सार्वजनिक और निजी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वाले बदमाशों को गिरफ्तार किया गया है।’
पुलिस ने बयान में कहा कि पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के समर्थकों के हिंसक विरोध प्रदर्शन के दौरान 130 से ज्यादा पुलिस अधिकारी और अन्य कर्मचारी गंभीर रूप से घायल हो गए। पंजाब पुलिस के एक प्रवक्ता ने कहा कि पुलिस और सरकारी एजेंसियों के 25 से अधिक वाहनों को नष्ट कर दिया गया और जला दिया गया। उन्होंने बताया कि प्रदर्शनकारियों ने 14 से ज्यादा सरकारी इमारतों पर हमला किया, लूटपाट की और सरकारी संपत्ति को गंभीर नुकसान पहुंचाया। इमरान खान को मंगलवार को पाकिस्तानी रेंजर्स ने उस समय गिरफ्तार कर लिया था, जब वह भ्रष्टाचार के एक मामले में सुनवाई के लिए इस्लामाबाद हाईकोर्ट में मौजूद थे। पूर्व क्रिकेटर इमरान की गिरफ्तारी के बाद उनकी पार्टी के समर्थक पूरे देश में बड़े पैमाने पर विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं।