आवाज़ ए हिमाचल
इस्लामाबाद। पाकिस्तान और चीन के रिश्तों में तनाव आ गया है। इसकी सबसे बड़ी वजह चाइना-पाकिस्तान इकोनॉमिक कॉरिडोर (सीपीईसी) का बंद होना है। इस प्रोजेक्ट का बजट 60 अरब डॉलर था। चीन अब तक करीब 40 अरब डॉलर खर्च कर चुका है। चीन इस बात से सख्त नाराज है कि पाकिस्तान सरकार और फौज की तरफ से अब तक ऐसे कोई इंतजाम नहीं किए गए, जिससे यह लगे कि प्रोजेक्ट आगे बढ़ रहा है। पिछले महीने चीन के विदेश मंत्री पाकिस्तान दौरे पर आए थे, और उन्होंने पाकिस्तान में पॉलिटिकल स्टैबिलिटी पर खुलकर बयान दिया था। पाकिस्तान की मीडिया ने सीपीईसी के मसले पर चीन की नाराजगी को खतरनाक बताया है। इस मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक- चीन इस बात से सख्त नाराज है कि उसने हाल ही में पाकिस्तान को दिवालिया होने से बचाया और एक बड़े लोन की मियाद बढ़ा दी। इसके बावजूद पाकिस्तान में मैनेजमेंट इतना खराब है कि वहां कुछ सुधार होता नजर नहीं आता। सीपीईसी के तहत कुछ पावर प्रोजेक्ट भी तैयार होने थे।
इनका काम न सिर्फ दो साल से बंद है, बल्कि इससे भी ज्यादा फिक्र की बात यह है कि इनकी जमीनों पर कब्जे होने लगे हैं। कुछ बिल्डिंग्स तैयार थीं, अब यह खराब होने लगी हैं। एक पाकिस्तानी अफसर ने कहा कि चीन ने उस वक्त हमारी मदद की, जब कोई और देश आगे नहीं आया। हमारी फौज और सरकार ने ऐसा एक भी कदम नहीं उठाया, जिससे चीन को लगे कि पाकिस्तान इस मुद्दे पर गंभीर है।