आवाज ए हिमाचल
10 मार्च। पर्यटकों की पहली पसंद रहा 13050 ऊंचे रोहतांग दर्रा के समय से पहले खुलने के उम्मीदों को झटका लगा है। सीमा सड़क संगठन पहले सामरिक महत्व के 427 किलोमीटर लंबे मनाली-लेह मार्ग को बहाल करना चाहता है और बीआरओ ने पूरी ताकत लगा दी है। इसके बाद ही अप्रैल माह के दूसरे सप्ताह से रोहतांग दर्रा को खोलने के लिए अभियान शुरू होगा। हालांकि बीआरओ अमूमन फरवरी के अंत या फिर मार्च के पहले सप्ताह से मनाली के गुलाबा से बर्फ हटाने का काम शुरू करता आया है।
मगर इस बार रोहतांग दर्रा में पिछले 100 सालों में सबसे कम बर्फबारी हुई है। ऐसे में उम्मीद थी इस बार बीआरओ अप्रैल माह में ही दर्रा को सैलानियों के लिए खोल देगा। हालांकि फरवरी में बीआरओ ने एक मार्च माह से पूजा-अर्चना के साथ गुलाबा से बर्फ हटाओ अभियान को शुरू करने की तैयारियां शुरू कर दी थी। मगर बीआरओ ने इसे अब स्थगित कर मनाली-लेह मार्ग पर फोकस कर दिया है।
बताया जा रहा है कि रक्षा मंत्रालय ने बीआओ को मनाली-लेह मार्ग को पहले बहाल करने के निर्देश दिए हैं। बर्फ हटाने में बीआरओ की मशीनरी और बीआरओ के जवान माइनस तापमान में बर्फ हटाने में जुटे हैं। बीआरओ ने मनाली-लेह मार्ग को बहाल करने का लक्ष्य 15 अप्रैल रखा है। बीआरओ इसके बाद रोहतांग दर्रा से बर्फ हटाने का काम शुरू करेगा।
टनल के साथ रोहतांग के भी दीदार कर सकेंगे पर्यटक
पहली बार देश दुनिया से सैर सपाटे को मनाली आने वाले पर्यटक अटल टनल रोहतांग के साथ रोहतांग दर्रा का भी दीदार कर सकेंगे। भले ही पर्यटकों के लिए अटल टनल एक नया पर्यटन बनकर उभरा है। मगर बर्फ से लकदक रहने वाले रोहतांग दर्रा भी हर सैलानी की इच्छा रहती है।