आवाज ए हिमाचल
05 फरवरी। हिमाचल प्रदेश के सरकारी स्कूलों में पढ़ाई करने वाले छात्रों की लिखाई में अब सुधार होगा। खासतौर पर आईआरडीपी व बीपीएल के छात्रों को राइटिंग सामग्री दी जाएगी। इसके लिए प्रारंभिक शिक्षा विभाग ने प्रदेश के स्कूलों में पहली से पांचवीं कक्षा के बच्चों के राइटिंग मैटीरियल के लिए बजट जारी किया है। इस बारे में सभी डिप्टी डायरेक्टर को बजट अलॉट करने के लिए निर्देश जारी किए गए हैं। इसमें जिलावार बजट का खाका तैयार किया गया है और डिप्टी डायरेक्टर की यह जिम्मेदारी रहेगी कि प्राइमरी स्कूलों के बच्चों के लिए जारी यह फंड सभी स्कूलों को मिल जाए। 2020-21 के सत्र के लिए यह फंड शिक्षा विभाग की ओर से जारी किया गया है।
इसमें वे बच्चे आते हैं, जो आईआरडीपी और और बीपीएल परिवार से संबंध रखते हैं। इसमें पहली कक्षा के बच्चों को राइटिंग मैटीरियल यानी लिखने की सामग्री के लिए बजट दिया जाता है, जिसमें पहली और दूसरी कक्षा के बच्चों के लिए 250 रुपए, तीसरी और चौथी कक्षा के बच्चों के लिए 300 रुपए, जबकि पांचवीं कक्षा के बच्चों के लिए 350 रुपए वितरित किए जाते हैं। शिक्षा विभाग की ओर से इसकी सूची जिलावार वेबसाइट पर डाल दी गई है। गौर रहे कि कोविड में स्कूल बंद हैं और अभी पांचवीं कक्षा के बच्चों के अलावा सभी बच्चों की पढ़ाई ऑनलाइन ही चली है।
पिछले 11 महीने से छोटे बच्चे घर बैठे ही हर घर पाठशाला के तहत पढ़ाई कर रहे हैं, उन्हें मिड-डे मील भी घर पर ही पहुंचाया गया है। ऐसे में जब तक स्कूल नहीं खुलते, तब तक शिक्षा विभाग की ओर से दिया जाने वाला स्टडी मैटीरियल घर तक ही पहुंचाया जाएगा। गौर हो कि एक साल से घर पर ही रहने की वजह से छात्रों की लिखावट पर भी बुरा असर पड़ रहा है। ऐसे में अब स्कूलों को बजट जारी करने के बाद शिक्षक अभिभावकों को जागरूक करेंगे कि वे ऑनलाइन के अलावा अपने बच्चों को लिखने की भी प्रैक्टिस करवाएं। बता दें कि प्रदेश पांचवीं तक की कक्षा में पढ़ने वाले छात्रों के लिए अभी से ही राइटिंग स्किल के बारे में ट्रेनिंग देना जरूरी होता है। अगर अभी से छात्रों को ट्रेंड किया जाएगा, तभी उनकी लिखने की स्पीड ठीक होती है।