पहला स्वदेशी LCH हेलीकॉप्टर ‘प्रचंड’ भारतीय एयरफोर्स में शामिल

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दुश्मन के रडार को भी दे सकता है चकमा, राजनाथ सिंह बोले- स्वदेशी तकनीक पर गर्व

आवाज़ ए हिमाचल 

जोधपुर। लम्बे इंतजार के बाद एयरफोर्स को सोमवार को एलसीएच लड़ाकू हेलिकॉप्टर मिल गया। रक्षा मंत्री की उपस्थिति में जोधपुर एयरबेस पर हेलिकॉप्टर को शामिल किया गया। ये स्वदेशी लड़ाकू हेलिकॉप्टर सेना की शक्ति बढ़ाएगा। लाइट कॉम्बैक्ट हेलिकॉप्टर को एयरफोर्स को सौंपने से पहले धर्मसभा का आयोजन किया गया। इस दौरान चारों समुदाय के धर्म गुरु मौजूद रहे। राजनाथ सिंह ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि एलसीएच को नवरात्र से अच्छा समय और राजस्थान की धरती से अच्छी जगह नहीं हो सकती है। वीरों की धरती राजस्थान से नवरात्रि में इसकी शुरुआत हुई। एलसीएच के शामिल होने से वायुसेना की शक्ति बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि देश की स्वदेशी तकनीक पर गर्व है। सारी चुनौतियों पर एलसीएच खरा उतरा है। दुश्मनों को आसानी से चकमा दे सकता है।

करीब 3885 करोड़ रुपए की लागत से बने 15 एलसीएच फौज में शामिल किये गए हैं।तीन एलसीएच बेंगलुरु से जोधपुर पहुंच चुके हैं। बाकी 7 हेलिकॉप्टर भी अगले कुछ दिन में यहां पहुंच जाएंगे। इस स्क्वाड्रन के लिए एयरफोर्स के 15 पायलट्स को ट्रेनिंग दी गई है।

  •  इस हेलिकॉप्टर को हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) ने विकसित किया है। इसमें कई तरह की मिसाइलें और हथियार इसमें लगाए जा सकते हैं। इसमें अनगाइडेड बम और ग्रेनेड लॉन्चर लगाए जा सकते हैं।
  • लाइट कॉम्बैट हेलिकॉप्टर एक बार में लगातार 3 घंटे 10 मिनट उड़ सकता है। यह अधिकतम 6500 फीट की ऊंचाई तक जा सकता है।
  • यह अधिकतम 268 किमी प्रतिघंटा की गति से उड़ान भर सकता है। इसकी रेंज की बात करें तो यह 550 किलोमीटर हैं। इस हेलिकॉप्टर की लंबाई 51.10 फीट और ऊंचाई 15.5 फीट है।
  • दो इंजन वाले इस हेलिकॉप्टर से पहले ही कई हथियारों के इस्तेमाल का परीक्षण किया जा चुका है।
  • इसमें राडार से बचने की विशेषता, बख्तर सुरक्षा प्रणाली, रात को हमला करने और आपात स्थिति में सुरक्षित उतरने की क्षमता है।

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