आवाज़ ए हिमाचल
सुमित शर्मा,परवाणू
21 जुलाई।औद्योगिक नगरी परवाणू के सेक्टर एक स्थित रिहायशी कॉलोनी में एक भवन के नीचे लगा सपोर्टिंव डंगा भारी बरसात के बीच ढह गया। इससे भवन को खतरा पैदा हो गया है, साथ ही भवन में रह रहे लोगों की जान पर भी बन आई है। भवन में 20 से 25 लोग रह रहे है। भवन मालिक का कहना है की खुले में बह रही सिवरेज का सारा पानी पिछले कई सालों से डंगे में रिस रहा था, जिसके चलते डंगा कमजोर होकर बारिश में बह गया। संबंधित विभागों को बार बार सूचित करने के बावजूद पिछले चार पांच वर्षो से उनकी कोई सुनवाई नहीं हुई।
जानकारी के अनुसार स्थानीय सेक्टर एक स्थित ईडबल्यूएस कॉलोनी के साथ लगते अंबरीश चौहान के भवन के नीचे लगा डंगा बारिश की मार न सह सका व भरभरा के गिर गया। डंगा गिरने से भवन को खतरा पैदा हो गया है। भवन में अंबरीश चौहान के परिवार सहित अन्य किरायेदार भी रहते है, जिनकी जान पर भी बन आई है।
भवन मालिक अंबरीश चौहान ने बताया की भवन के डंगे के साथ सिवरेज की पाइप खुले में छोडी गई है। पिछले कई वर्षो से सिवरेज का पानी रिस रिस कर डंगे को कमजोर कर रहा था। बरसात से डंगे को बचाने के लिए उन्होंने तरपाल से भी ढक रखा था, लेकिन सिवरेज के पानी से डंगा इतना कमजोर हो चूका था कि बारिश की मार नहीं सह सका व ढह गया। उन्होंने कहा की इससे उन्हें वित्तीय नुकसान तो हुआ ही बल्कि अब भवन के अस्तित्व पर भी खतरा पैदा हो गया है। जिसके चलते भवन में रह रहे लोगो को जान माल के नुक्सान की चिंता सताने लगी है। उन्होंने कहा की इस समस्या को लेकर वे पिछले छह वर्षो से कभी हिमुड़ा तो कभी नगर परिषद के चक्कर लगा रहे है, लेकिन किसी विभाग ने उनकी समस्या का हाल नहीं निकाला। अब विभागीय लापरवाही का नतीजा उन्हें भुगतना पड़ रहा है।
उधर, इस बारे नगर परिषद के कार्यकारी अधिकारी अनुभव शर्मा से बात की गई तो उन्होंने बताया की वे एक जरुरी मीटिंग के लिए परवाणू से बाहर है। कनिष्ठ अभियंता व सेनिट्री इंस्पेक्टर ने मौका देख लिया है। इस बारे जल्द कुछ न कुछ किया जाएगा।
हिमुड़ा के जेई बसंत कुमार ने बताया की उक्त क्षेत्र कई वर्षो पहले नगर परिषद के हैंड ओवर किया जा चुका है। हिमुड़ा केवल कामली व खड़ीन औद्योगिक क्षेत्र की सिवरेज प्रणाली की देख रेख करता है। रिहायशी इलाकों से उसका कोई कंसर्न नहीं है।