आवाज ए हिमाचल
परवाणू। औद्योगिक शहर परवाणू में बारिश से कौशल्या नदी पर बनाये गए डैम को हुए नुकसान के चलते लगातार दुसरे दिन शहर के लोगो को पेयजल नसीब नहीं हुआ। हिमुडा विभाग पाइप लाइनों को दुरुस्त करने में लगा हुआ है, ताकि नगर वासियों को पानी की सप्लाई सुचारू की जा सके। बारिश से डैम को हुए नुक्सान से जहाँ परवाणु की जनता को पानी नहीं मिल रहा, वहीं टकसाल पंचायत को भी पानी की असुविधा उठानी पड़ सकती है, क्यूंकि हिमुडा पंचायत को भी कुछ समय से पानी की सप्लाई कर रही है। बता दें कि बीते दिनों से हो रही भारी बारिश के चलते पानी की सप्लाई वाली लगभग सभी मेंन पाइप लाइनें टूट गई है। हिमुडा के अधिकारी और कर्मचारी दो दिनों से मौके पर पानी की सप्लाई दुरुस्त करने का पूरा प्रयास कर रहे है। बीच बीच में हो रही भारी बारिश से विभाग को कार्य करने में दिक्कतें आ रही है। हिमुडा को सारा काम मैन्युअली करना पड़ रहा है।
गौरतलब है की डैम को हर वर्ष बरसात से होने वाले नुकसान के चलते स्थानीय लोगो में रोष व्याप्त है। डैम का जो इंफ्रास्ट्रक्चर बनाया गया है, वह हर बरसात में टूट जाता है। ऐसे में चैक डैम की गुणवत्ता को लेकर सवाल उठने भी लाजमी है। इसका खामियाजा स्थानीय लोगो को उठाना पड़ रहा है, जिन्हें हर बरसात में पेयजल की समस्या से दो-चार होना पड़ रहा है।
इस बारे हिमुडा के अधिशाषी अभियंता गिरीश शर्मा का कहना है की हमारी पूरी टीम पाइप लाइन जोड़ने में लगी हुई है। हमारा प्रयास है की जल्द से जल्द पेयजल सप्लाई शुरू की जाए। बारिश ने बाधा नहीं डाली तो जल्द पम्पिंग कर पानी सप्लाई सूचारु कर दी जायेगी। यदि बरसात लगी रही तो फिर पानी की सप्लाई शुरू करने में देर हो सकती है। डैम के इंफ्रास्ट्रक्चर बारे पूछे जाने पर उन्होंने कहा की डैम को दुरुस्त करने को लेकर सवा करोड़ का एस्टीमेट बना कर भेजा गया था। अभी तक कोई फंड डैम को ठीक करवाने को लेकर नहीं मिला है। गिरीश शर्मा ने कहा की हमारी पूरी टीम युद्ध स्तर पर कार्य कर रही है। अब स्थिति बारिश के ऊपर भी निर्भर करती है।