आवाज़ ए हिमाचल
बबलू गोस्वामी, नादौन। शादी का नाता 7 कसमों व 7 फेरों तक ही नहीं निभाया, बल्कि मौत को भी एक ही दिन गले लगाकर एक-दूसरे से अंतिम समय तक जुदा नहीं हुए। साथ जीने-मरने की कसम को निभाने वाली दंपति एक साथ ही पंचतत्व में विलीन भी हुए। विकास खंड नादौन की कलूर पंचायत में एक साथ इस पति-पत्नी की मौत के बाद शोक की लहर है। जब पति-पत्नी की एक साथ चिताएं जलीं तो सबकी आंखें नम हो गईं। गांव के राम सिंह (75) तथा उनकी पत्नी सरोज (70) की मौत की खबर जैसे ही सुबह लोगों को पता चली तो हर कोई यह सुनकर गमगीन हो गया।
जानकारी के अनुसार बुधवार रात को सरोज कुमारी की तबीयत कुछ खराब थी। उनकी बहू व अन्य परिजन सुबह 4 बजे तक उनका ध्यान रखते रहे। जैसे ही सरोज कुमारी को नींद आई तो अन्य परिजन भी सो गए। जब सुबह 8 बजे के करीब सरोज कुमारी को उठाया गया तो पता चला कि उनकी मृत्यु हो चुकी है। यह खबर सुनते ही उनके पति राम सिंह की भी तबीयत खराब हो गई, जब तक कोई कुछ समझ पाता, तब तक राम सिंह ने भी प्राण त्याग दिए। इसके बाद घर में कोहराम मच गया। वीरवार शाम को दोनों का एक साथ अंतिम संस्कार कर दिया गया। उनके छोटे बेटे ने मुखाग्नि दी। बुजुर्ग दंपति अपने पीछे 2 बेटे व एक बेटी छोड़ गया है।