आवाज़ ए हिमाचल
11 नवम्बर। वीरवार को पंजाब विधानसभा ने सर्वसम्मति से बीएसएफ के अधिकार क्षेत्र के विस्तार वाली केंद्र की अधिसूचना के खिलाफ प्रस्ताव पारित किया। इस दौरान उपमुख्यंत्री और गृह मंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा ने इसके खिलाफ प्रस्ताव रखा तथा केंद्र सरकार से 11 अक्तूबर को गृह मंत्रालय द्वारा जारी अधिसूचना वापस लेने की मांग की। इसके बाद विधानसभा ने सर्वसम्मति से इस संबंध में केंद्र सरकार,
की अधिसूचना को खारिज करते हुए एक प्रस्ताव पारित किया, वहीं इस मामले पर विधानसभा में जमकर हंगामा भी हुआ। नवजोत सिद्धू और बिक्रम सिंह मजीठिया आमने-सामने हो गए। सिद्धू ने सवाल दागा कि सुखबीर बादल सर्वदलीय बैठक में क्यों नहीं आए। इस दौरान आप नेता हरपाल सिंह ने हमला बोलकर कहा कि कांग्रेस के पूर्व और वर्तमान मुख्यमंत्री दोनों ने बीएसएफ के अधिकार,
क्षेत्र को बढ़ाने के केंद्र के फैसले में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई है। बीएसएफ मुद्दे पर रंधावा ने बताया कानून और व्यवस्था राज्य का विशेषाधिकार है। केंद्र का यह कदम संघीय ढांचे का उल्लंघन करता है। यह दखल असहनीय है। केंद्र को इसे वापस लेना चाहिए। इसी हंगामे के बीच रणदीप नाभा ने सदन में कृषि कानूनों के बारे में प्रस्ताव पेश किया। स्पीकर ने सदस्यों से शांति बनाए रखने का आग्रह किया।