आवाज़ ए हिमाचल
01 अप्रैल। पंजाब सरकार ने वीरवार से महिलाओं के लिए सभी सरकारी बसों और स्थानीय निकाय विभाग की ओर से चलाई जाने वाली सिटी बसों में मुफ्त यात्रा की सुविधा दे दी है, लेकिन इसके लिए पंजाब का पहचान पत्र होना जरूरी होगा। पंजाब का पहचान पत्र जरूरी होने के कारण बाहरी राज्यों से यहां काम करने वाली कामगार महिलाओं को इसका लाभ नहीं मिल पाएगा।पंजाब के बड़े औद्योगिक शहरों लुधियाना, जालंधर, अमृतसर, बठिंडा, मंडी गोबिंदगढ़ आदि में बड़ी संख्या में उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल, मध्य प्रदेश, गुजरात, असम, अरुणाचल प्रदेश व झारखंड आदि राज्यों की महिला कामगार रहती हैं। यह कई दशकों से पंजाब में हैं, लेकिन कई के पास अभी पंजाब से जुड़ा पहचान पत्र नहीं हाेने से उन्हें मुफ्त बस सेवा का लाभ नहीं मिल पाएगा।
सरकार पर भेदभाव का लगाया आराेप
बाहरी राज्यों से आने वाली महिला कामगारों ने इस बात पर रोष जताया कि उन्हें मुफ्त सफर की सुविधा नहीं दी जा रही। शेरपुर फौजी कॉलोनी निवासी राजकुमारी सोनिया कुशवाहा, दर्शना देवी आदि ने कहा कि सरकार भेदभाव कर रही है जो सही नहीं है। उन्होंने कहा कि सरकार यह निर्देश वापस ले कि दूसरे राज्यों के पहचान पत्र पर फ्री सफर नहीं करवाया जाएगा, क्योंकि अधिकतर लोग यहां के औद्योगिक इकाइयों में काम कर अपने परिवार को पालते हैं, इसलिए उन्हें फ्री बस सफर का सेवा देना चाहिए।
लोगोंं को पंजाब का पहचान पत्र जारी करने की मांग
राजकुमारी ने कहा कि दूसरे राज्यों को लाखों महिलाएं ऐसी हैं, जिनका पहचान पत्र यहां नहीं बना, जिससे उन्हें परेशानी हो रही है। सरकार को चाहिए कि यहां रहने वाले सभी लोगोंं को पंजाब का पहचान पत्र जारी किया जाए, ताकि वे लोग बस में सफर कर सकें। उन्होंने कहा कि सरकार का यह आदेश सही नहीं है कि सिर्फ यहां के लोग ही फ्री बस सेवा करेगा, क्योंकि यहां काम करने वाले लोग भी भारत के नागरिक हैं, इसीलिए उन्हें भी फ्री बस सेवा की सुविधा मिलनी चाहिए।
1.31 करोड़ महिलाएं व युवतियां हाेंगी लाभान्वित
पंजाब सरकार की तरफ से फ्री बस सेवा दिए जाने से राज्य की 1.31 करोड़ महिलाएं व युवतियां लाभान्वित होंगी। पंजाब की रहने वाली महिलाएं पेप्सू रोड ट्रांसपोर्ट कोर्पोरेशन (पीआरटीसी), पंजाब रोडवेज बस (पनबस) और स्थानीय सरकार विभाग की ओर से चलाई जाने वाली सिटी बस में मुफ्त सफर का लाभ ले सकेंगी। इसके लिए उन्हें बस में सफर करते समय पंजाब की रिहायश के सबूत के तौर पर आधार कार्ड, वोटर कार्ड या कोई अन्य पहचान पत्र दिखाना होगा। सरकार की ओर से यह भी कहा गया है कि चंडीगढ़ में रहने वाले पंजाब सरकार के कर्मचारियों के परिवार की महिलाएं या चंडीगढ़ में रहने वाली पंजाब सरकार की कर्मचारी महिलाएं भी मुफ्त बस सफर का लाभ ले सकेंगी। वह चाहे किसी भी आयु वर्ग, आय मापदंड के दायरे में आती हों।