आवाज़ ए हिमाचल
03 अप्रैल । तीन कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग को लेकर टीकरी बॉर्डर पर आंदोलन कर रहे किसानों के पड़ाव में पंजाब के एक युवा किसान की लाठियों से पीटकर हत्या कर दी गई। सूचना मिलने पर पुलिस ने पहुंचकर मामले की जांच शुरू कर दी। पंजाब के जिला बरनाला का युवा किसान गुरप्रीत सिंह (26) कई सप्ताह से किसान आंदोलन में सक्रिय था।वह अपने क्षेत्र के दूसरे किसानों के साथ दिल्ली-रोहतक बाईपास पर कसार गांव के निकट बिजली के पोल नंबर 241 के साथ ट्रॉली टेंट में ठहरा हुआ था।
पुलिस थाना प्रभारी जयभगवान ने बताया कि गुरुवार रात करीब साढ़े नौ बजे गुरप्रीत और उसके ही गांव के युवक रणबीर उर्फ सत्ता ने शराब पी। नशे में दोनों के बीच शराब के पैसों को लेकर झगड़ा हा गया। शिकायत के मुताबिक सत्ता ने पहले लाठी उठाकर गुरप्रीत के सिर पर जोर से मारा, जिससे गुरप्रीत गिर गया। नीचे गिरते ही सत्ता लात घूंसों से गुरप्रीत की काफी देर तक पिटाई करता रहा और फिर भाग गया। साथी किसानों ने सोचा कि गुरप्रीत ठीक हो जाएगा, इसलिए वे उसको अपने तंबू में ही रखे रहे और इलाज के लिए अस्पताल नहीं ले गए।
उसके गुप्तांगों समेत शरीर के कई अंगों में बहुत गंभीर चोट आई थी। शुक्रवार रात को उसकी वहीं मौत हो गई। शुक्रवार रात को करीब नौ बजे मामले की सूचना मिलने पर सेक्टर- 6 थाना से एसएचओ इंस्पेक्टर जयभगवान पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। शव को कब्जे में लेकर जांच शुरू की गई।पुलिस ने मृतक युवक के परिजनों को भी सूचित किया। पुख्ता शिनाख्त होने के बाद पुलिस ने शव को नागरिक अस्पताल बहादुरगढ़ के शवगृह में पहुंचा दिया। जहां शनिवार को पोस्टमार्टम करवाया जाएगा। पुलिस ने मृतक के चाचा नाहर सिंह की शिकायत पर अपने ही गांव के निवासी रणबीर उर्फ सत्ता के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज तलाश शुरू कर दी है।