आवाज़ ए हिमाचल
20 अक्तूबर। पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की नई राजनीतिक पार्टी पंजाब में कांग्रेस के लिए बड़ा सिरदर्द बन सकती है। हालांकि कैप्टन ने अपनी पार्टी में सीनियर टकसाली नेता, जो अपने-अपने दलों को अलविदा कह चुके हैं, को तरजीह देने का संकेत दिए हैं। कांग्रेस को छोड़ भाजपा समेत कैप्टन ने अन्य सभी दलों से चुनाव पूर्व और चुनाव के बाद गठबंधन का विकल्प भी खुला रखा है।
परन्तु पंजाब कांग्रेस की वर्तमान स्थिति और भीतरी टकराव को देखते हुए स्पष्ट है कि 2022 के चुनाव निकट आने तक कांग्रेस कई हिस्सों में टूट सकती है और इससे अलग होने वाले ज्यादातर नेता कैप्टन की पार्टी से जुड़ेंगे। नवजोत सिंह सिद्धू के आगे हथियार डाल चुकी कांग्रेस हाईकमान को पंजाब में अगले चुनाव से पहले कई विभाजन देखने पड़ सकते हैं।
जिन मुद्दों पर सिद्धू ने कैप्टन का मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दिलाया, उन्हीं मुद्दों पर सिद्धू अब नए मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी को घेर रहे हैं। मंगलवार को यह बात सामने आई कि चन्नी ने भी मुख्यमंत्री पद से अपने इस्तीफे की पेशकश कर दी है कि सिद्धू ही सरकार चला लें।