आवाज़ ए हिमाचल
06 जून । पूर्व बागवानी मंत्री व विधानसभा में भाजपा के मुख्य सचेतक नरेंद्र बरागटा का रविवार को राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार हो गया। कोटखाई स्थित बरागटा के पैतृक गांव टहटोली स्थित श्मशानघाट में संस्कार किया गया।उनके बड़े बेटे चेतन बरागटा ने उनकी देह को मुखाग्नि दी। शनिवार देर शाम पार्थिव देह गांव पहुंचा दी थी। 68 वर्षीय बरागटा 13 अप्रैल को कोरोना संक्रमित हुए थे। रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद भी उनके स्वास्थ्य में सुधार नहीं हुआ था। सांस में दिक्कत के कारण पीजीआइ चंडीगढ़ में इलाज चल रहा था।
इस दौरान शनिवार सुबह उनका देहांत हो गया। नरेंद्र बरागटा तीन बार विधायक का चुनाव जीते थे व दो बार मंत्री रहे। इस मौके पर शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज,स्वास्थ्य मंत्री राजीव सैजल, वन मंत्री राकेश पठानिया,विपक्ष के नेता मुकेश अग्निहोत्री,पूर्व मंत्री सुधीर शर्मा,राज्य सभा सांसद इंदु गोस्वामी सहित अन्य मंत्री, विधायक व नेताओं ने भी नरेंद्र बरागटा को अंतिम श्रद्धांजलि दी। कोविड के बावजूद नरेंद्र बरागटा के समर्थकों की भारी भीड़ उनके अंतिम दर्शन के लिए उमड़ आई। प्रदेश सरकार ने वैसे कोविड कर्फ्यू जारी किया हुआ है व अंतिम संस्कार में 20 ही लोगों के शामिल होने की अनुमति है।