आवाज़ ए हिमाचल
मनीष कोहली, शाहपुर
26 मई। शाहपुर विधानसभा क्षेत्र के रैत ब्लॉक की कैरी पंचायत में चौकीदार के बेटे ने अपने सटीक निशाने के दम पर हिमाचल भर में शाहपुर का नाम रोशन कर दिया है। गरीब परिवार से ताल्लुक रखने वाले धीरज ने प्रदेश भर में शाहपुर का नाम रोशन किया है।
कैरी निवासी धीरज ने राज्य स्तरीय शूटिंग प्रतियोगिता में तीसरा स्थान हासिल कर कांस्य पदक जीता है। धीरज अब प्री नेशनल में भाग लेगा। हिमाचल प्रदेश स्टेट रायफल एसोसिएशन द्वारा शिमला के इंदिरा गांधी स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में 13 से 16 मई तक आयोजित स्टेट शूटिंग प्रतियोगिता में धीरज ने 50 मीटर प्रॉन इवेंट प्रतियोगिता में यह स्थान हासिल किया है।
धीरज का अब प्री नेशनल के लिए चयन हुआ है। धीरज ने 10 मीटर एयर राइफल में भी क्वालीफाई किया है। कटोच शूटिंग अकादमी के निदेशक नरेश कटोच ने बताया कि धीरज पालमपुर के भौरा स्थित कटोच शूटिंग अकादमी में ट्रेंनिग ले रहा है और अब प्री नेशनल के लिए तैयारी कर रहे है।
कैरी पंचायत में चौकीदार के पद पर कार्यरत हैं धीरज के पिता
धीरज बहुत गरीब परिवार से सबंध रखते है। उनके पिता कैरी पंचायत में चौकीदार के पद पर कार्यरत हैं। धीरज के पिता को प्रतिमाह मात्र 6500 रुपए मानदेय मिलता है तथा इसी में उनके परिवार का खर्चा चलता है। धीरज दिहाड़ी लगाकर अपना खर्च निकालता है। धीरज के लिए हालांकि यह खेल बहुत महंगा है, लेकिन उनकी लग्न व मेहनत रंग लाई है।
फुटबॉल के भी स्टेट खिलाड़ी है धीरज धीरज
शूटिंग में ही नहीं बल्कि अन्य खेलों में भी आगे है। वे फुटबॉल के भी स्टेट खिलाड़ी है। धीरज शाहपुर फुटबॉल अकादमी में कोचिंग लेते हैं। धीरज फुटबॉल में ज़िला व प्रदेश स्तर पर कई प्रतियोगिताएं खेल चुके हैं। धीरज की उपलब्धि पर फुटबॉल अकादमी में खुशी की लहर है।
एसडीएम जगन ठाकुर की बदौलत शूटिंग में चमका धीरज
धीरज की इस चमक के पीछे शाहपुर में रहे पूर्व एसडीएम जगन ठाकुर का बड़ा हाथ है। जगन ठाकुर ने ही सबसे पहले अपनी जेब से धीरज की मदद को न केवल हाथ बढ़ाए बल्कि शूटिंग अकादमी में उनका दाखिल भी करवाया।
यहां बता दे कि जगन ठाकुर एक बार फुटबॉल अकादमी के खिलाड़ियों से रु-ब-रु हो रहे थे, तो उन्हें धीरज की इस प्रतिभा का पता चला। जगन ठाकुर ने फुटबॉल अकादमी के सदस्य व अन्य वरिष्ठ लोगों के साथ बैठक कर धीरज की मदद करने बारे चर्चा की। उन्होंने शूटिंग अकादमी का पता कर दाखिला करवाया तथा उसमें दाखिला दिलाने संग समय-समय पर आर्थिक व अन्य प्रकार की मदद भी की।