स्कूल की छात्रा श्वेता ने प्रदेश भर में तीसरा,शिखा ने आठवां व दीक्षित ने हासिल किया दसवां स्थान
आवाज ए हिमाचल
दीपक गुप्ता, शाहपुर। न्यू इरा स्कूल ऑफ साइंसेज छतडी की बदौलत एक बार फिर शाहपुर के प्रतेक नागरिक का सिर पूरे हिमाचल प्रदेश में ऊंचा हुआ गई। हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड द्वारा घोषित बारहवीं के परीक्षा परिणाम में इस स्कूल के तीन बच्चों ने एक साथ टॉप टेन में अपना नाम दर्ज करवाया है।अहम यह है कि स्कूल की दो बेटियों श्वेता व शिखा ने कॉमर्स विषय में पूरे प्रदेश भर में तीसरा व आठवां स्थान हासिल किया है, जबकि इसी स्कूल के बेटे दीक्षित सिंह गुलेरिया ने साइंस विषय में हिमाचल भर में दसवां स्थान प्राप्त किया है।
बच्चों की इस उपलब्धि पर स्कूल प्रबन्धन, स्टाफ, अध्यापक, परिजन व क्षेत्र के लोग खुश है। यह कोई पहला मौका नहीं है जब न्यू इरा स्कूल ऑफ साइंसेज छतडी की बदौलत शाहपुर का सीना पूरे हिमाचल में चौड़ा हुआ हो। इस स्कूल के बच्चे पिछले कई सालो से लगातार दसवीं व बाहरवी की परीक्षा परिणाम में टॉप टेन में अपना स्थान बनाए हुए है।
शनिवार को घोषित हुए बाहरवी के नतीजों में प्रदेश भर में तीसरा स्थान प्राप्त करने वाली जोल निवासी श्वेता देवी चार्टर्ड अकाउंटेंट बनना चाहती है। उनके पिता राजेंद्र सिंह भारतीय सेना में है,जबकि माता हाऊस वाइफ है। श्वेता ने कॉमर्स विषय में 97.6 प्रतिशत अंक प्राप्त किए है। उन्होंने कहा कि स्कूल प्रिंसिपल रोजाना प्रार्थना सभा में उनका उत्साह बढ़ाने संग आगे बढ़ने के लिए प्रेरणा देती है तथा यही कारण है कि वे अपना लक्ष्य हासिल कर पाने में सफल हो सकी है।
प्रदेश भर में आठवां स्थान प्राप्त करने वाली शिखा देवी एचएएस अधिकारी बनना चाहती है। सिंहुवा निवासी शिखा के पिता विजय कुमार प्राईवेट जॉब करते है, जबकि माता हाऊस वाइफ है। उन्होंने कॉमर्स विषय में 96.4 प्रतिशत अंक प्राप्त किए है। शिखा ने अपनी कामयाबी का श्रेय माता पिता, स्कूल अध्यापकों व प्रिंसिपल सुषमा गुलेरिया को दिया है। साइंस विषय में प्रदेश भर में दसवां स्थान हासिल करने वाले दिक्षित गुलेरिया के पिता हेम सिंह गुलेरिया टांडा अस्पताल में फार्मासिस्ट है, जबकि माता गृहणी है। शाहपुर के सिहोलपुरी निवासी दिक्षित ने अपनी इस उपलब्धि का श्रेय माता पिता व अध्यापकों को दिया है।
स्कूल प्रिंसिपल सुषमा गुलेरिया ने इस उपलब्धि के लिए तीनों मेघावी बच्चों,उनके माता पिता व अध्यापकों को बधाई दी है।उन्होंने कहा कि स्कूल में बच्चों का मोरल बुस्ट करने के लिए समय समय पर विभिन्न खेलकूद प्रतियोगिताओं सहित कई गतिविधियां आयोजित की जाती है।इसके अलावा यहां टीचर व स्टूडेंट्स के बीच फ्रेंडली माहौल भी बच्चों को आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करता है।