आवाज़ ए हिमाचल
जीडी शर्मा,राजगढ़
27 जनवरीचारों तरफ बर्फ की मोटी चादर, हाड़ कंपा देने वाली ठंड। जहां तक नजर जाए केवल बर्फ ही बर्फ ऐसी शरीर गला देनी वाली ठंड में एक साधु शिव की भक्ति में लीन है। जी हां, ये नजारा तहसील नोहराधार के चौरास खिलग का है। जहां दो फिट बर्फ पर एक साधु साधना कर रहे हैं।
इनका नाम विश्वनन्द है। यह नोहराधार स्थित शिव मंदिर के पुजारी है तथा चौरास खिलग में जंगल में बनी कुटिया में रहते है। क्षेत्र के एक युवक इधर से गुजर रहा था कि देखा साधु बर्फ के बीच तपस्या में लीन थे।इस नजारे को देखकर ही वह भी कंपकपाने लगा। करीब आधा घण्टे तक यह संत बर्फ के बीच लीन थे। आंखे बंद थी संत तमस्या की मुद्रा में शिव की भक्ति में थे। यदि सच्चे मन से ईश्वर की आराधना करें तो बड़े से बड़ी कठिनाई भी आसान हो जाती है।
बता दें कि यह इन साधुओं के कठिन तप का ही प्रताप है कि ऐसी हाड़ कंपा देने वाली ठंड में तपस्या कर रहे है। चारों तरफ गिरी बर्फ और जमा देने वाली ठंड भी इनकी साधना के आगे बेअसर दिखती है। यह सच यह किसी देवीय चमत्कार से कम नहीं।