आवाज़ ए हिमाचल
स्वर्ण राणा,नूरपुर
20 नवम्बर।वन, युवा सेवाएं एवं खेल मंत्री ने कहा है कि राज्य सरकार बालिकाओं को सशक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध है, ताकि समाज में उनके लिए सुरक्षित और सम्मानजनक स्थान दिया जा सके। यह उदगार उन्होंने आज शनिवार को स्थानीय बचत भवन में महिला एवम बाल विकास विभाग द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं को लाभार्थियों के लिए आयोजित समारोह में बतौर मुख्यातिथि शिरकत करते हुए व्यक्त किये। इस मौके पर एसडीएम अनिल भारद्वाज, डीएफओ विकल्प यादव, नायब तहसीलदार देस राज ठाकुर, नगर परिषद के अध्यक्ष अशोक शर्मा उपस्थित थे।
वन मंत्री ने कहा कि बेटियों के लिए जन्म से लेकर शादी तक विभिन्न कल्याणकारी योजनाएं क्रियान्वित की जा रही हैं। उन्होंने कहा कि ‘बेटी है अनमोल योजना’ जरूरतमंद पात्र परिवारों को आर्थिक सहायता प्रदान करने में लाभकारी सिद्ध हो रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में लड़कियों को सुशिक्षित बनाने के लिए स्कूली शिक्षा से लेकर स्नातक स्तर तक बालिकाओं को छात्रवृत्तियां प्रदान की जा रही हैं।
राकेश पठानिया ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा हर पात्र गरीब परिवार की बेटी की शादी पर शगुन योजना के तहत 31 हज़ार रुपए की राशि शगुन के रूप में दी जा रही है । इसके अतिरिक्त मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत गरीब परिवार की बेटी की शादी पर 51 हज़ार रुपए की राशि प्रदेश सरकार द्वारा प्रदान की जा रही है। इस योजना से गरीब माता-पिता की चिंता कम हुई है।
उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार द्वारा भवन एवम अन्य निर्माण कामगार कल्याण बोर्ड द्वारा गरीब श्रमिकों के लिए कई कल्याणकारी योजनाएं चलाई जा रही है। उन्होंने कहा कि इन योजनाओं का लाभ पात्र लोगों तक पहुंचाने के लिए प्रदेश सरकार द्वारा श्रम पोर्टल के माध्यम से पंजीकरण प्रक्रिया शुरू की गई है। उन्होंने बताया कि आगामी माह के दौरान नूरपुर में भी कामगार श्रम बोर्ड के माध्यम से श्रमिकों के पंजीकरण हेतु विशेष कैंप का आयोजन करवाया जाएगा, ताकि गरीब श्रमिकों को योजनाओं का अधिक से अधिक लाभ मिल सके।
वन मंत्री ने बताया कि नूरपुर अस्पताल में 15 करोड रुपए की लागत से मातृ-शिशु अस्पताल का निर्माण किया जा रहा है जिसका निर्माण कार्य अंतिम चरण में है। उन्होंने कहा कि फरवरी माह तक इस अस्पताल को जनता को समर्पित कर दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि सहारा योजना के तहत गंभीर बीमारी से ग्रस्त मरीजों को प्रतिमाह 3 हज़ार रुपए की राशि प्रदान की जा रही है। इसके अतिरिक्त बेहतर उपचार की व्यवस्था भी सुनिश्चित बनाई गई है। उन्होंने बताया कि नूरपुर विधानसभा क्षेत्र में पिछले 2 वर्षों में मुख्यमंत्री राहत कोष से लगभग पौने तीन करोड़ रुपए की राशि की आर्थिक मदद जरूरतमंद लोगों को दी जा चुकी है। उन्होंने सभी लोगों से अपील की है उनके आसपास यदि कोई व्यक्ति जो गंभीर बीमारी से ग्रस्त हो और आर्थिक तंगी के कारण अपना इलाज करवाने में असमर्थ हो, तो ऐसे व्यक्ति की सूचना उनके पास अथवा प्रशासन को दें, ताकि प्रदेश सरकार की तरफ से उसकी हर संभव मदद की जा सके।
वन मंत्री ने विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों को वितरित की 49 लाख रुपए की राशि
वन मंत्री ने इस मौके पर ‘शगुन योजना’ के तहत 27 लाभार्थियों को 8 लाख 37 हज़ार रुपए, ‘बेटी है अनमोल योजना’ के तहत 46 बेटियों को 5 लाख 38 हज़ार रुपए की एफडीआर, ‘मुख्यमंत्री कन्यादान’ योजना के अंतर्गत 3 परिवारों को 1 लाख 53 हज़ार रुपए की राशि के चेक भेंट किये। इसके अतिरिक्त मुख्यमंत्री राहत कोष से 15 लाख 28 हज़ार रुपए जबकि दुर्घटना के कारण अपनी जान गवां चुके लोगों के परिवारों को 33 लाख 13 हज़ार रुपए की राहत राशि के चेक भेंट किये।
ये रहे मौजूद
खंड विकास अधिकारी श्याम सिंह, लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता जेएस राणा, कार्यकारी सीडीपीओ सुनीत कुमार, जल शक्ति विभाग के सहायक अभियंता देवेंद्र राणा, शाह नहर के सहायक अभियंता विजय शर्मा सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी, कर्मचारी, लाभार्थी तथा अन्य गण्यमान्य स्थानीय लोग उपस्थित रहे।