आवाज ए हिमाचल
स्वर्ण राणा, नूरपुर। लगातार तीसरे दिन भी भोजन अवकाश के समय हिमाचल प्रदेश राज्य विद्युत कर्मचारी यूनियन ने ज्वाइंट फ्रंट पावर इंजीनियर एंड इंप्लाइज के आवाहन पर नूरपुर विद्युत मंडल के प्रांगण में रिटायरी फॉर्म यूनियन के साथ मिलकर जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। यह विरोध प्रदर्शन कर्मचारी यूनियन के राज्य संगठन सचिव अश्विनी ठाकुर, रिटायरफॉर्म यूनियन के प्रधान मानसिंह, सचिव अरुण सहोत्रा तथा पावर इंजीनियर की ओर से वरिष्ठ अधिशासी अभियंता विकास ठाकुर और वरिष्ठ अधिशासी अभियंता 220 के.बी. इंजीनियर सुरजीत धीमान की अध्यक्षता में किया गया। विरोध सभा को संबोधित करते हुए यूनियन के पदाधिकारी ने कहा कि आज 5 तारीख हो जाने के बाद भी विद्युत बोर्ड के अधिकारियों,कर्मचारी और पेंशनरों को मासिक वेतन और पेंशन की अदायगी नहीं की गई जो की एक बहुत ही दुख का विषय है।उन्होंने कहा कि एक दिहाड़ीदार मजदूर रेहड़ी लगाने वाला भी शाम को जब अपने घर जाता है तो वह अपने साथ सारे दिन की हुई मेहनत के पैसे अपनी जेब में डालकर घर लेकर जाता है। मगर बिजली बोर्ड के कर्मचारियों पेंशनरों और अधिकारियों को आज 36 दिन के बाद भी उनकी जेबें और हाथ खाली है। ज्वाइंट फ्रंट बोर्ड के प्रबंधक वर्ग से और प्रदेश की सरकार से मुख्यमंत्री से कहना चाहता है मुख्यमंत्री जी आपने सभी विभागों में पुरानी पेंशन लागू कर दी मगर बिजली बोर्ड को पुरानी पेंशन से आज दिन तक वंचित रखा जोकि बिजली बोर्ड के कर्मचारियों के साथ सरासर धोखा और सौतेला व्यवहार है। उन्होंने बताया कि आज इस विरोध सभा के माध्यम से हम मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से कहना चाहते हैं कि शीघ्र ही कर्मचारियों के वेतन और पेंशन की अदायगी की जाए और बोर्ड में पुरानी पेंशन को शीघ्र वहाल किया जाए।उन्होंने विद्युत विभाग कर्मचारियों व रिटायर्ड कर्मचारियों द्वारा विधुत विभाग बोर्ड प्रबंधन का पुतला दहन किया गया और नारेबाजी की गई।
एडवाइजरी मेम्बर पवन मोहल ने कहा कि आज प्रदर्शन का तीसरा दिन है और आज पांच तारीख हो चुकी है।हमें सैलरी नहीं मिली और ना पैंशनर को पैंशन मिली है।इससे रिटायर्ड कर्मचारियों, इंजिनियरों का ग़ुस्सा बढ़ता जा रहा है। हम लगातार बोर्ड प्रबंधन से अपील कर रहे हैं कि अगर हमारी सुनाई नहीं होगी तो हम सड़क पर उतरेंगे। हम बोर्ड प्रबंधन व मुख्यमंत्री से कहना चाहते हैं कि आप का कर्मचारी सड़कों पर है। आप प्रबंधन की ही बात मान रहे हैं जो कर्मचारियों, इंजिनियरों, रिटायर्ड कर्मचारियों के साथ सरासर अन्याय है। आज हम भोजन अवकाश के समय डिविजन प्रांगण में धरना प्रदर्शन कर रहे हैं,अगर हमारी समस्याओं का हल जल्द नहीं हुआ तो हम सड़क पर उतरेंगे और हमारे सभी परिवार भी साथ होंगे । सरकारें पहले भी रही है पर ऐसा हमने कभी भी नहीं देखा है जो इस मौजूदा सरकार के समय हम विधुत विभाग कर्मचारियों के साथ हो रहा है।