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स्वर्ण राणा, नूरपुर। राजकीय आर्य महाविद्यालय नूरपुर में महाविद्यालय की रोवर्स और रेंजर इकाई ने राष्ट्रीय आपदा मोचन बल की सौजन्य से बचाव अभ्यास मार्गदर्शिका का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. विश्वजीत सिंह ने की।
उन्होंने अपने संदेश में कहा की रहते यदि बचाव के तरीके सीख लिए जाएं तो किसी भी प्राकृतिक आपदा से निपटा जा सकता है। इसके उपरांत राष्ट्रीय आपदा मोचन बल के सदस्यों ने बारी-बारी से आपदा से बचाव के तरीके समझाए और साथ ही इसका व्यवहारिक स्वरूप भी प्रयोग करके दिखाया।
उन्होंने बच्चों को यह संदेश भी दिया की इन तरीकों से न केवल हम अपनी जान किसी प्राकृतिक आपदा से बचा सकते हैं अपितु अपने समाज की सुरक्षा में भी अपनी अहम भूमिका निभा सकते हैं, जिसके चलते किसी भी प्राकृतिक क्षति से समाज को बचाया जा सकता है। उन्होंने अपने व्यवहार में की वैसे तो प्रकृति द्वारा दी गई हार वस्तु की सुरक्षा होनी चाहिए किंतु स्थिति के हिसाब से प्राणों की सुरक्षा सर्वोपरि है। यह कार्य व्यक्ति की सूझबूझ पर निर्भर करता है और किसी की भी छोटी सी सावधानी किसी बड़ी प्राकृतिक आपदा से होने वाले नुकसान से समाज को बचा सकती है।
इस अवसर पर प्रोफेसर संजय जसरोटिया, डॉ. नीरा रश्मि, प्रोफेसर सीमा ओहरी, डॉ. दिलजीत सिंह, डॉ. अनिल कुमार, प्रोफेसर मनजीत सिंह, डॉ. चंचल शर्मा, डॉ. सोहन कुमार, प्रोफेसर शशि वाला, प्रोफेसर रीमा, प्रो. पर्ल बख्शी, प्रोफेसर सुरजीत कुमार, प्रो. शिव कुमार, डॉ. मनोज कुमार, डॉ. रोहित कुमार, प्रो. भारती, प्रो. सुरजीत सिंह, डॉ. सुरेश चौधरी, प्रो. मधु एवं वीवोक के समस्त शैक्षिक कर्मचारी वर्ग उपस्थित रहा।