इस साल में अब तक साइबर क्राइम की 2129 शिकायतें
आवाज़ ए हिमाचल
शिमला। प्रदेश आए दिन बढ़़ रहे साइबर क्राइम को लेकर स्टेट सीआईडी साइबर सेल ने एडवाइजरी जारी की है। इस वर्ष में अभी तक साइबर क्राइम की 2129 शिकायतें दर्ज की गई हैं। साइबर सेल ने साइबर क्राइम के इन मामलों मेें 75 लाख रुपए रिफंड करवाए हैं, जबकि एक करोड़ 53 लाख रुपए की राशि होल्ड करवाई है। साइबर सेल द्वारा 16 बिंदुओं की एडवाइजरी जारी की गई है। अगर इन 16 साइबर क्राइम प्वाइंट को समझ लिया, तो कभी साइबर फ्रॉड नहीं होगा। एडवाइजरी के अनुसार सिम स्वेप फ्रॉड से सावधान रहें। किसी अंजान व्यक्ति के साथ व्यक्तिगत वित्तिय जानकारी साझा न करें। स्कैमर आपके नाम पर फेक आईडी प्रूफ से सिम कार्ड प्राप्त कर सकता है। नई सिम कार्ड से ओटीपी प्राप्त करके शातिर आपके खाते से लेन-देन कर सकता है। याद रखें सिम कार्ड बंद हो जाने पर तुरंत अपने मोबाइल आपरेटर से संपर्क करें। इसके अलावा आधार कार्ड, पैन कार्ड जैसे अपने सरकारी आईडी प्रूफ को सुरक्षित रखें और विभिन्न लेन-देन के लिए इन आईडी का उपयोग करते समय सतर्क रहें।
सोशल मीडिया पर अपनी आईडी पोस्ट न करें, सार्वजनिक कम्प्यूटर पर डाउनलोड किए गए गए डाक्यूमेंट को डिलीट करें। ऐसे ईमेल/ एसएमएस से सावधान रहें, जो बताते हैं कि आपने बड़ी रकम की लॉटरी जीती है। लॉटरी जीतने संबंधित ईमेस/एसएमएस का रिप्लाई न दे, न ही अपनी निजी जानकारी साक्षा करें, ये आपका बैंक खाता खाली कर सकते हंै। स्टेट सीआईडी साइबर सेल के एएसपी भूपेंद्र सिंह नेगी ने बताया कि अज्ञात व्यक्ति से चैटिंग रिक्वेस्ट एक्सेप्ट करते समय सावधान रहें। आपकी वीडियो चैट को रिकॉर्ड किया जा सकता है और बाद में ब्लैकमेल करने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। कमाई के लिए कमिशन और रेफरल बोनस का वादा करने वाली मोबाइल ऐप्स या वेबसाइट से सावधान रहें। उन्होंने कहा कि शातिर मैसेज सोशल मीडिया और चैट मैसेंजर पर भेजते हैं, जो वर्क फ्रॉम होम नौकरी पर इनवेस्टमेंट और रिटर्न का वादा करते हैं, ऐसी स्कीम से सावधान रहे। सोशल मीडिया पर प्राइवेसी सेटिंग का सलेक्शन करें, अपनी अडेंटटी, फोटो और वीडियो केवल अपने विश्वसनीय लोगों के साथ ही साझा करें।
अपना भुगतान प्राप्त करने के लिए किसी भी क्यूआर कोड को स्कैन न करें। ऐसे कॉल से सावधान रहें जो आपको सूचित करते हैं कि आपका कार्ड ब्लॉक कर दिया गया है या आपका केवाईसी समाप्त हो गया है। याद रखें आपका बैंक कभी भी केशाईसी अपडेट/कार्ड ब्लॉक के संबंध में ऐसे एसएमएस नहीं भेजते न ही कॉल करते हैं। एएसपी ने बताया कि कॉल फॉरवर्ड/कॉल मर्ज का उपयोग शातिर आपके ओटीपी को चुराने और आपके सोशल मीडिया अकाउंट को हैक करने के लिए कर सकते हैं। एएसपी भूपेंद्र सिंह नेगी ने बताया कि यदि आप साइबर अपराध के शिकार हैं, तो 1930 डायल करें और साइबर सेल की वेबसाइट पर अपनी शिकायत दर्ज करें।