लेकिन ये अलग बात है कि केंद्रीय हाईकमान द्वारा अभी तक अपने राजनीति के पत्ते नहीं खोले हैं। वर्तमान समय मे नादौन विधानसभा क्षेत्र में सुख्खू की सक्रियता जिस तरह से बढ़ी है तथा उन्होंने जिस तरह से अपने जनसपंर्क अभियान को अंजाम दिया है उस से उनके जनसम्पर्क अभियान में उनको जो लोगों का समर्थन मिल रहा है। वह उनके राजनीतिक प्रतिद्वंदियों को सकते में डाल सकता है। वहीं सूत्रों की मानें तो नादौन विधानसभा के पंचायत प्रतिनिधियों ने अभी से ही सुख्खू के दरवार में हाजरी भरनी शुरू कर दी हैं और यहीं नहीं अन्य राजनीतिक पार्टियों के कार्यकर्ता भी उनके राजनीतिक कार्यक्रमों जुट कर उनसे संपर्क बनाए हुए हैं।
अब आगे नादौन विसक्षेत्र का राजनीतिक घटनाक्रम किस राजनीतिक करवट पर बैठता है ये भविष्य ही तय करेगा लेकिन ये कहना भी गलत नहीं होगा कि उपचुनावों में कांग्रेस की जीत ने प्रदेश के राजनीतिक गतिविधियों में गर्माहट जरूर भर दी है और सुखविंदर सिंह सुख्खू को प्रदेश में कांग्रेस की तरफ से हर कोई उन्हें मुख्यमंत्री का चेहरा देख रहा हैं तथा नादौन विस् क्षेत्र के लोग भी सुखविंदर सिंह सुख्खू के पक्ष में पूर्ण रूप से माहौल बनाने में सक्रिय हो गए हैं ताकि प्रेम कुमार धूमल के बाद हमीरपुर को एक बार फिर मुख्यमंत्री का चेहरा मिल सके।